उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग : कोविड से जुड़े सरल तो कैबिनेट के फैसले पर आधारित सवाल लगे कठिन

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस एसीएफ-आरएफओ की प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन में इस बार परंपरागत सवालों के स्थान पर एक तिहाई प्रश्न कोविड व कैबिनेट के फैसले पर आधारित पूछे गए थे।कुल मिलाकर सामान्य अध्ययन ने परीक्षार्थियों को खूब छकाया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:31 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:31 PM (IST)
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग : कोविड से जुड़े सरल तो कैबिनेट के फैसले पर आधारित सवाल लगे कठिन
उदय प्रताप इंटर कालेज से पीसीएस की परीक्षा देकर बाहर निकलते अभ्यर्थी।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस, एसीएफ-आरएफओ की प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन में इस बार परंपरागत सवालों के स्थान पर एक तिहाई प्रश्न कोविड व कैबिनेट के फैसले पर आधारित पूछे गए थे। दूसरी ओर परंपरागत विषयों के प्रश्नों का जवाब व्यावहारिकता से जोड़कर पूछा, जिसका जवाब देना अभ्यर्थियों के लिए कठिन था। सामान्य अध्ययन कुछ प्रकार के सवाल पूछे गए थे कि खीरे को काटकर यदि नमक डाला जाता है, तो क्या कारण है कि उससे पानी निकलता है। इसमें चार विकल्प सक्रिय परिवहन, निष्क्रिय परिवहन, परासरण और प्रसार दिए गए थे। कुल मिलाकर सामान्य अध्ययन ने परीक्षार्थियों को खूब छकाया।

वहीं कुछ परीक्षार्थियों को प्रथम पाली की परीक्षा में पूछे गए प्रश्न सरल लगे। वहीं कुछ को 15 से 25 सवाल काफी कठिन लगे। इन सवालों के हल करने कई परीक्षार्थी घंटेभर फंस गए। भदोही की दुर्गेश नंदिनी मिश्रा ने बताया कि द्वितीय पाली की तुलना में प्रथम पाली का पेपर अधिक कठिन रहा। इसमें संविधान सभा में बहस के दौरान किसने कहा था-क्या आप मुझे एक भी देश दिखा सकते हैं जहां पृथक मताधिकार हो? अंग्रेज जा चुके हैं किंतु शरारत छोड़ गए हैं। जैसे प्रश्न शामिल हैं। वहीं भदोही की मौसम ने बताया कि दोनों पालियों के पेपर स्तरीय रहे। इतिहास के साथ समसामयिक गतिविधियों पर आधारित प्रश्न पूछे गए। बताया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के समय किस संस्थान ने नाइट्रोजन जनरेट को आक्सीजन जनरेट में बदलने का काम किया था? उत्तर प्रदेश स्वामी विवेकानंद ऐतिहासिक पर्यटन स्थल यात्रा योजना 2021 को उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक यात्रा के लिए किस व्यक्तियों के लिए आरंभ किया है? जैसे प्रश्न अप्रत्याशित लगे।

यूपीपीएससी पीसीएस 2021 प्री परीक्षा रविवार को दो पालियों में हुई। प्रथम पाली (सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक) में सामान्य अध्ययन तथा द्वितीय पाली (दोपहर 2.30 बजे से लेकर शाम 4.30 बजे तक)कामन एप्टिट्यूड की परीक्षा हुई। जनपद में 42000 परीक्षार्थियों के लिए 90 केंद्र बनाए गए थे। एडीएम सिटी गुलाब चंद्र के मुताबिक सभी केंद्रों पर परीक्षाएं शांतिपूर्ण तरीके से हुई। दोनों पालियों की परीक्षा में परीक्षार्थियों की करीब 50 फीसद उपस्थिति रही।

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