गाजीपुर में जांच में दो और शिक्षकों का फर्जी मिला शैक्षिक प्रमाण पत्र, विभाग ने जारी किया नोटिस

फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पर चार वर्ष से नौकरी कर रहे दो और शिक्षकों का प्रकरण सामने आया है। जांच के बाद उनके टेट व स्नातक के प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। फर्जी मिले शिक्षकों में हवलदार यादव प्राथमिक विद्यालय रेवतीपुर और आशीष कुमार प्राथमिक विद्यालय जबुरना में तैनात हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 08 Oct 2020 05:58 PM (IST) Updated:Thu, 08 Oct 2020 05:58 PM (IST)
गाजीपुर में जांच में दो और शिक्षकों का फर्जी मिला शैक्षिक प्रमाण पत्र, विभाग ने जारी किया नोटिस
फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पर चार वर्ष से नौकरी कर रहे दो और शिक्षकों का प्रकरण सामने आया है।

गाजीपुर, जेएनएन। फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पर चार वर्ष से नौकरी कर रहे दो और शिक्षकों का प्रकरण सामने आया है। जांच के बाद उनके टेट व स्नातक के प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं। फर्जी मिले शिक्षकों में हवलदार यादव प्राथमिक विद्यालय रेवतीपुर उत्तरी और आशीष कुमार प्राथमिक विद्यालय जबुरना जमानियां में तैनात हैं। दोनों शिक्षकों को विभाग ने गुरुवार को नोटिस जारी का स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब देने के लिए सप्ताह भर का समय दिया गया है। इसके बाद उनके खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। इससे फर्जी शिक्षक लाबी में हड़कंप मचा हुआ है।

हवलदार यादव 2016 में हुई 15000 शिक्षक भर्ती में और आशीष कुमार इसी वर्ष हुई 16448 वाली शिक्षक भर्ती में चयनित हुए थे। उस समय येनकेन प्रकरेण किसी तरह फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सहारे नौकरी हथिया लिए। इधर, कुछ दिन पहले इन दोनों शिक्षकों की किसी ने एसटीएफ व बीएसए से शिकायत कर दी। इस पर बीएसए ने बारीकी से इसकी जांच करानी शुरू की। जांच में सामने आया कि हवलदार यादव का टेट प्रमाण पत्र फर्जी है। वहीं आशीष कुमार का टेट व स्नातक दोनों प्रमाण पत्र फर्जी हैं। यह कहीं से कूटरचित कर बनाए गए हैं। मामला खुलने के बाद हवलदार यादव को एक सप्ताह पहले पहली नोटिस जारी की गई थी लेकिन समय बीतने के बाद भी उसका कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद गुरुवार को फिर दूसरी नोटिस जारी की गई और सप्ताह भर के भीतर जवाब मांगा गया है। उधर, आशीष कुमार को गुरुवार को पहली नोटिस जारी की गई। ऐसे फर्जी शिक्षकों को विभाग की ओर से तीन बार नोटिस जारी की जाती है। इसका जवाब न मिलने पर उन्हें बर्खास्त कर दिया जाता है।

एफआइआर व वेतन वसूली भी

फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभाग एफआइआर भी दर्ज कराता है। इसके साथ जितना वेतन लिया है, उसकी वसूली भी जाती है। इस वर्ष अब तक आधा दर्जन फर्जी शिक्षकों पर ऐसी कार्रवाई हो चुकी है।

जांच में दो और शिक्षकों का शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी मिला

जांच में दो और शिक्षकों का शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी मिला है। उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। उचित जवाब न मिलने पर उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। अभी और कई ऐसे शिक्षकों की भी जांच चल रही है।

- श्रवण कुमार, बीएसए।

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