दीमक चाट गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पद्मविभूषण अवार्ड पत्र

पूर्व राष्ट्रपति डा. नीलम संजीव रेड्डी ने वर्ष 1980 में शहनाई के जादूगर भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पद्मविभूषण अवार्ड दिया था जिसे दीमक चाट गए।

By Ashish MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Aug 2017 09:54 PM (IST) Updated:Mon, 21 Aug 2017 09:56 PM (IST)
दीमक चाट गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पद्मविभूषण अवार्ड पत्र
दीमक चाट गए उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पद्मविभूषण अवार्ड पत्र

वाराणसी (जेएनएन)। शहनाई के जादूगर भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का पद्मविभूषण अवार्ड पत्र दीमक चाट गए। इसे तत्कालीन राष्ट्रपति डा. नीलम संजीव रेड्डी ने वर्ष 1980 में उन्हें प्रदान किया था। उस्ताद की पुण्यतिथि पर सोमवार को उनकी याद में डूबे परिवारीजनों की हड़हा सराय स्थित आवास के उनके कक्ष में उनसे जुड़े स्मृति चिह्नों को पलटते इसपर नजर पड़ी। इससे बेजार दिवंगत फनकार का धनाभाव में लाचार परिवार जार-जार रो उठा। उनसे जुड़ी थाती की साज संभाल के सवाल पर पोते नासिर की लाचारी के भाव चेहरे पर छा गए। पलकों की गीली कोरें पोछते हुए कहा, दादा से जुड़ी स्मृतियां हमारे लिए अनमोल हैं, उन्हें सहेजने के लिए जितना कुछ बन पड़ता है, कर रहे लेकिन ऐसे हालात नहीं कि संरक्षण के पुख्ता इंतजामात कर सकें।

सरकारी दावों पर सवाल : किसी की माली हालत उसका व्यक्तिगत मसला हो सकता है लेकिन एक महान फनकार की स्मृतियों से जुड़े यह हालात सरकारी दावों पर सवाल उठाते हैं। उस्ताद के निधन के बाद उनकी स्मृतियां सहेजने के नाम पर बड़े दावे किए गए। इनमें से बीएचयू में उनके नाम पर चेयर स्थापना और मकबरा निर्माण (जिसे लोकार्पण का इंतजार है) के अलावा कुछ नहीं किया जा सका। डेढ़ साल पहले यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क की ओर से बनारस को सिटी आफ म्यूजिक का तमगा हासिल होने के बाद बनारस की पहचान से जुड़ चुके कलाकारों के आवास कक्ष और वहां तक पहुंचने वाली गलियों को संरक्षित करने के दावे किए गए। इसके लिए हृदय योजना के तहत कबीरचौरा में घालमेल के आरोप -आक्षेप के बीच काम जरूर चल रहा है लेकिन इस सूची में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां का जिक्र तक नहीं है। फिलहाल उस्ताद के कक्ष में उनका जूता, छाता, टेलीफोन, कुर्सी, लैंप, अंतिम समय में उपयोग में ले आए जाने वाले बर्तन आदि सामान उनके हाल पर रखे हुए हैं।

उस्ताद को अर्पित की पुष्पांजलि : उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की पुण्य तिथि पर सोमवार को फातमान स्थित उनके मकबरे पर उनके मुरीदों के साथ ही जनप्रतिनिधियों व अफसरों की जुटान हुई। लोगों ने उनका कृतित्व-व्यक्तित्व याद किया और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इनमें राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, पूर्व विधायक अजय राय, पूर्व डीजीपी पीएसी रंजन द्विवेदी, आइजी दीपक रत्न, डीएम योगेश्वर राम मिश्रा, एसएसपी आरके भारद्वाज के अलावा अब्बास मुर्तजा शम्सी, सैयद अब्बास रिजवी शफक, प्रमोद वर्मा, फरमान हैदर, शैलेंद्र सिंह, जरीना बेगम, अली अब्बास खां, परवेज हुसैन, हादी हसन, नासिर अब्बास, नजमुल हसन, आफाक हैदर, शकील जादूगर आदि थे।

माह भर में तैयार हो जाएगा मकबरा : पुण्यतिथि पर फातमान पहुंचे क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र प्रमुख डा. रत्नेश वर्मा ने कहा कि मकबरे में कुछ कमी रह गई है। इसे माहभर में पूरा कर लिया जाएगा। इसमें उस्ताद के परिवारीजनों के सुझाव भी शामिल होंगे। उस्ताद का मकबरा बनवाने की घोषणा उनके निधन पर तत्कालीन सपा सरकार ने की थी। इसपर 2015 में कार्य शुरू किया गया, यह पांच माह पहले पूरा हुआ तो तकनीकी जांच में कुछ कमी पाई गई। डा. वर्मा के अनुसार इस पेच में अब तक यह हैंडओवर नहीं है।  

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