शिक्षक फर्जीवाड़ा : एक ही अध्यापक दो जिलों से उठा रहे वेतन, पैनकार्ड नंबर का मिलान हुआ तो खुली पोल

परिषदीय विद्यालयों में भी कई अनामिका शुक्ला छिपे हुए हैं। वाराणसी में जांच में फर्जी अभिलेखों पर नौकरी कर रहे अध्यापकों की अब पोल खुल रही है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 12:43 PM (IST) Updated:Thu, 02 Jul 2020 04:36 PM (IST)
शिक्षक फर्जीवाड़ा : एक ही अध्यापक दो जिलों से उठा रहे वेतन, पैनकार्ड नंबर का मिलान हुआ तो खुली पोल
शिक्षक फर्जीवाड़ा : एक ही अध्यापक दो जिलों से उठा रहे वेतन, पैनकार्ड नंबर का मिलान हुआ तो खुली पोल

वाराणसी, जेएनएन। परिषदीय विद्यालयों में भी कई अनामिका शुक्ला छिपे हुए हैं। जांच में फर्जी अभिलेखों पर नौकरी कर रहे अध्यापकों की अब पोल खुल रही है। काशी विद्यापीठ ब्लाक स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय (पिलखिनी) प्रवीण कुमार यादव के नाम पर अमेठी में भी एक अध्यापक नौकरी कर रहे हैं। खास बात यह है कि दोनों का जन्म तिथि, पिता का नाम व अंकपत्र भी एक सामान है। अमेठी के बीएसए ने इसकी पुष्टि कर दी है। इसे देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने प्रवीण कुमार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्हें दो दिनों में बर्खास्त भी किए जा सकते हैं।

केजीबीवी की अध्यापिकाओं की नियुक्ति की जांच कराने का निर्देश

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय तथाकथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला के नियुक्ति के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए सूबे के सभी केजीबीवी की अध्यापिकाओं की नियुक्ति की जांच कराने का निर्देश दिया है। यही नहीं बेसिक शिक्षा विभाग, यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों से लगायत विश्वविद्यालय तक के शिक्षकों के अभिलेख खंगाले जा रहे हैं। शिक्षा विभाग में वर्षों पहले हुई नियुक्तियों की पत्रावली एक बार फिर से खुल गई है। इसे लेकर प्राथमिक से लगायत उच्च शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है।

192 अध्यापक एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों में उठा रहे वेतन

बहरहाल परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों के अभी पैन कार्ड नंबर का सत्यापन कराया जा रहा है। प्रारंभिक जांच में सूबे में 192 ऐसे अध्यापक मिले हैं जो एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों में वेतन उठा रहे हैं। जनपद में ऐसे छह शिक्षक चिन्हित किए गए हैं। उन्हें नोटिस भी दी गई है। इसमें से एक प्रवीण कुमार भी शामिल है। बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि ऐसे अध्यापकों को समस्त शैक्षिक मूल प्रमाणपत्रों, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, अस्थाई व स्थाई पता का साक्ष्य, बैंक पासबुक की जांच जारी है।

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