शारदीय नवरात्र : विंध्यधाम में तीसरे दिन दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नवाया शीश

शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां विंध्यवासिनी की मनोहारी छवि का दर्शन-पूजन करने के लिए आस्थावानों का सैलाब उमड़ पड़ा। माता की एक झलक पाने को आतुर भक्त भोर से ही हाथ में नारियल-चुनरी माला-फूल व प्रसाद लेकर खड़े रहे।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 09:57 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 09:57 PM (IST)
शारदीय नवरात्र : विंध्यधाम में तीसरे दिन दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने नवाया शीश
मां विंध्यवासिनी की मनोहारी छवि का दर्शन-पूजन करने के लिए आस्थावानों का सैलाब उमड़ पड़ा।

मीरजापुर, जेएनएन। शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन मां विंध्यवासिनी की मनोहारी छवि का दर्शन-पूजन करने के लिए आस्थावानों का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर की मंगला आरती के बाद से ही दर्शन के लिए कपाट खुल गए थे। मां का गुड़हल, कमल एवं गुलाब के पुष्पों सहित स्वर्ण के जेवरों से अनुपम शृंगार किया गया था। माता की एक झलक पाने को आतुर भक्त भोर से ही हाथ में नारियल-चुनरी, माला-फूल व प्रसाद लेकर खड़े रहे।

कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत प्रशासन ने मात्र 40 प्रतिशत ही श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया था लेकिन नवरात्र के तीसरे ही दिन प्रशासन का यह अनुमान टूट गया। जैसे-जैसे नवरात्र की तिथि गुजर रही है वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को मुंडन मुहुर्त होने के नाते दो लाख से अधिक दर्शनार्थियों ने विंध्यधाम में हाजिरी लगाई। विंध्यधाम पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद मां ङ्क्षवध्यवासिनी के चंद्रघंटा स्वरूप का दर्शन-पूजन किया। मंदिर की छत पर जहां साधक मंत्र-जाप में तल्लीन दिखे वहीं गंगा घाटों पर ढोल, मजिरा व शहनाई की धुन के बीच लोगों ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार कराया। मां के दर्शन-पूजन के उपरांत भक्तों ने मंदिर परिसर पर विराजमान समस्त देवी-देवताओं का पूजन-अर्चन किया। इसके बाद त्रिकोण परिक्रमा भी की। मां के जयघोष से ङ्क्षवध्यधाम गुंजायमान हो रहा था। तरह-तरह के पुष्पों, चुनरी व रंग-बिरंगे झालरों से की गई मंदिर की सजावट एक अलौकिक छटा बिखेर रही थी। थाना कोतवाली मार्ग, न्यू वीआईपी मार्ग श्रद्धालुओं से पटी रही। वहीं बरतर तिराहा से रोडवेज, बंगाली तिराहा से अमरावती मार्ग पर सर्वाधिक भीड़ रही।

लंगूरों को खिलाया चना-गुड़, भिक्षुओं को दिया दान

कालीखोह स्थित महाकाली के दर्शन-पूजन के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। तरह-तरह के फूलों से मां काली का किया गया भव्य शृंगार का दर्शन कर भक्त भाव विह्वल हो उठे। मां का दर्शन-पूजन करने के बाद भक्तों ने मंदिर के आसपास लंगूरों एवं बंदरों को चना-गुड़ खिलाकर पुण्य कमाया। वहीं भिक्षुओं को भी दान-दक्षिणा देकर लौटे।

रक्षासूत्र बांध मांगी मन्नतें

विंध्य पर्वत पर विराजमान मां अष्टभुजा के भव्य स्वरूप का दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे। किसी ने पहाड़ के रास्ते तो किसी ने सीढिय़ों से मंदिर पर पहुंचकर मां का दर्शन-पूजन किया। इसके बाद भक्तों ने मंदिर परिसर पर जगह-जगह रक्षा बांधकर मन्नतें मांगी।

घाट से स्नानार्थी का कपड़ा गायब

नवरात्र के तीसरे दिन मुंडन का विशेष मुहुर्त होने के नाते गंगा घाटों पर अधिक भीड़ रही। इस बीच दीवान घाट से एक स्नानार्थी का कपड़ा गायब हो गया। इससे उसे काफी परेशान होना पड़ा। शिकायत मिलने पर मंदिर चौकी इंचार्ज इंद्रभूषण मिश्र घाट पर पहुंचकर शहनाई बजाने वाले कुल 46 लोगों को चौकी पर ले आए और पूछताछ के बाद नाम-पता लेकर छोड़ दिया। साथ ही कोई भी घटना होने पर तत्काल सूचना देने को कहा।

फुर्सत के पलों का आनंद उठाते रहे पुलिसकर्मी

डीएम सुशील कुमार पटेल ने विंध्यधाम आने वाले दर्शनार्थियों को शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए गोला बनाने का निर्देश दिया था और कुछ स्थानों पर गोला बनाया भी गया लेकिन कहीं भी शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है। यहां तक कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी खुद नियम का मजाक उड़ाते दिखे और विंध्यवासिनी मंदिर पर इकटठा होकर फुर्सत के पलों का आनंद उठाते रहे। यही नहीं मोबाइल पर चैटिंग भी करते देखा गया।

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