Sampoornanand Sanskrit University : शासन के सहयोग से परीक्षा में रोकेंगे नकल, शास्त्री-आचार्य की परीक्षा 22 से

शास्त्री-आचार्य की परीक्षा शुचिता पूर्वक व नकलविहीन कराने के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन को भी पत्र लिखा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 08:46 PM (IST) Updated:Fri, 18 Sep 2020 01:31 PM (IST)
Sampoornanand Sanskrit University : शासन के सहयोग से परीक्षा में रोकेंगे नकल, शास्त्री-आचार्य की परीक्षा 22 से
Sampoornanand Sanskrit University : शासन के सहयोग से परीक्षा में रोकेंगे नकल, शास्त्री-आचार्य की परीक्षा 22 से

वाराणसी,जेएनएन। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर, बीएड सहित अन्य व्यावसायिक पाठयक्रमों की परीक्षाएं 22 सितंबर से दो पालियों में होगी। शास्त्री-आचार्य की परीक्षा के लिए पूरे देश में एक साथ 320 केंद्रों पर होगी। शुचिता पूर्वक नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन को भी पत्र लिखा है। उच्च शिक्षा के अलावा सूबे के सभी जनपदों के डीएम को भी टाइम टेबल व केंद्रों की सूची भेजी गई गई है। 

कोविड-19 को देखते हुए विश्वविद्यालय ने सूबे के बाहर राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, सिक्किम, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, बिहार के केंद्रों को इस बार उत्तर पुस्तिका की कवर पेज  व प्रश्नपत्र मेल भेजने का निर्णय लिया गया। केंद्रों को कवर पेज पर ए-4 साइज का पन्ना जोड़ कर अपने स्तर उत्तर पुस्तिकाओं को तैयार करना होगा। केंद्राध्यक्ष अपना मुहर व हस्ताक्षर कर परीक्षार्थियों को उत्तर पुस्तिकाएं वितरित करेंगे। वहीं परीक्षा समाप्त होने के बाद केंद्रों को पार्सल द्वारा लिखित उत्तर पुस्तिकाएं भेजने का भी विकल्प दिया गया है। दूसरी ओर सूबे के केंद्रों को गोपनीय प्रपत्र (प्रश्नपत्र), सादी उत्तर पुस्तिकाएं सहित अन्य सामग्री विश्वविद्यालय से स्वयं लेकर जाना होगी। परीक्षा कराने के बाद लिखित उत्तर पुस्तिका विश्वविद्यालय में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी केंद्रों की ही होगी। गोपनीय सामग्री का वितरण 18 व 19 सितंबर को विश्वविद्यालय से किया जाएगा। शास्त्री (स्नातक) तृतीय खंड व आचार्य (स्नातकोत्तर) चतुर्थ सेमेस्टर में करीब 17000 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा नियंत्रक विशेश्वर प्रसाद ने बताया कि परीक्षा की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। 

प्रथम पाली (सुबह नौ से 12 बजे तक)

बीएड (द्वितीय खंड), पत्रकारिता, पुरातत्व एंव संग्राहलय विज्ञान, संस्कृत प्रमाणपत्रीय व संगीत प्रमाणपत्रीय अंतिम खंड प्रथम पाली में आयुर्वेदाचार्य प्रथम (पूरक), द्वितीय (पूरक), तृतीय (मुख्य व पूरक) व चतुर्थ (मुख्य) व्यावसायिक।

द्वितीय पाली (दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक) : शास्त्री तृतीय तथा आचार्य द्वितीय खंड व चतुर्थ सेमेस्टर

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