पूर्वांचल में नदियों का रुख घटाव की ओर, निचले इलाकों में बारिश बढ़ा रही दुश्‍वारी

पूर्वांचल में लगातार प्रमुख नदियों के घट रहे जलस्‍तर के बीच रह रहकर हो रही बरसात लोगों की चिंता को बढ़ा रही है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 12 Sep 2020 11:24 AM (IST) Updated:Sat, 12 Sep 2020 02:38 PM (IST)
पूर्वांचल में नदियों का रुख घटाव की ओर, निचले इलाकों में बारिश बढ़ा रही दुश्‍वारी
पूर्वांचल में नदियों का रुख घटाव की ओर, निचले इलाकों में बारिश बढ़ा रही दुश्‍वारी

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में लगातार प्रमुख नदियों के घट रहे जलस्‍तर के बीच रह रहकर हो रही बरसात लोगों की चिंता को बढ़ा रही है। निचले इलाकों से पानी निकल रहा है तो बरसात की वजह से दोबारा पानी बढ़ जा रहा है। गंगा और सरयू दोनों का रुख घटाव की ओर होने से बलिया जिले में नदियां चेतावनी बिंदु से नीचे जा चुकी हैं। हालांकि नदियों का कम हो रहा जलस्‍तर तटवर्ती इलाकों में खूब कटान भी कर रहा है। खासकर बलिया जिले में काफी उपजाऊ जमीन नदी की भेंट चढ़ जा रही है। वहीं निचले इलाकों में पानी भरे होने से खेती किसानी का काम भी प्रभावित हो रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार आगे भी नदियों के घटाव का रुख बना रहेगा।

वहीं शनिवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की सुबह बलिया के तुर्तीपार में सरयू का जलस्‍तर 63.03 मीटर पर स्थिर बना हुआ था। वहीं विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में नदी का रुख घटाव की ओर होगा। शनिवार की दोपहर केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया जिले में गंगा और सरयू का जलस्‍तर घटाव की ओर है। दूसरी ओर जौनपुर में गोमती नदी का जलस्‍तर घटाव की ओर है तो सोनभद्र में रिहंद बांध और सोन नदी का जलस्‍तर लगातार बढ़ रहा है।

बलिया जिले में गंगा और सरयू नदी के तटवर्ती इलाके कटान में जद में आ रहे हैं। जबकि निचले इलाकों में बाढ़ के पानी की वजह से खेती किसानी भी प्रभावित होने के साथ पशुओं के लिए हरे चारे का अभाव हो गया है। जबकि किसानों की बोयी हुई फसल निचले इलाकों में पूरी तरह बाढ़ की वजह से चौपट हो चुकी है। अब इन इलाकों में संक्रामक बीमारियों की भी लोगों को आशंका सता रही है।

chat bot
आपका साथी