वाराणसी के खजुरी गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा, मंच से एक किलोमीटर दायरे में बनाया सुरक्षा घेरा
वाराणसी के खजुरी गांव में प्रधानमंत्री की जनसभा को देखते हुए मंच से एक किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा घेरा बनाया गया है। मंच और सभास्थल पर बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है।
वाराणसी, जेएनएन। खजुरी गांव में प्रधानमंत्री की जनसभा को देखते हुए मंच से एक किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा घेरा बनाया गया है। मंच और सभास्थल पर बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल, पीएसी और पुलिस बल भारी संख्या में लगाया गया है। एसपीजी समेत खुफिया विभाग पहले से अलर्ट है। जनसभा स्थल पर तैयारी कर रही संस्था एनएचएआइ, अन्य काम करा रहे समेत मजदूरों का अलग-अलग पास बनाया गया है। बिना पास के किसी भी व्यक्ति को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। रविवार को जनसभा स्थल पर आने-जाने को लेकर सुबह से लेकर रात तक किचकिच होती रहती है। पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस कर्मियों से कई नोकझोंक हुए।
खजुरी गांव में प्रधानमंत्री की जनसभा को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कई दिनों से सुरक्षा बलों ने जनसभा स्थल को अपने घेरे में ले लिया है। प्रधानमंत्री की जनसभा से एक दिन पहले रविवार को मंच, पंडाल और उसके आसपास क्षेत्रों में सीआरपीएफ, पीएसी, पुलिस अपने-अपने हिसाब से घेरा बनाया है। मंच और उसके आसपास अलग-अलग घेरा बनाया गया था। वहां आने वाले हर व्यक्ति से सुरक्षा कर्मी पूछ रहे हैं कि आप कौन, क्या काम है, कहां से आएं और किसी विभाग से हैं। बताने पर तत्काल पास या परिचय पत्र मांग रहे हैं। परिचय पत्र नहीं दिखाने पर सुरक्षा कर्मी उन्हें तत्काल बाहर जाने की सलाह दे रहे हैं। जनसभा की बाई तरफ सुरक्षा को लेकर खेतों में भी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। वाहन पार्किंग के लिए बने रास्ते पर भी सुरक्षा बल तैनात है जो मंच से काफी दूर है। इसी प्रकार मंच के सामने तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। हेलीपैड के चारों तरफ बैरिकेङ्क्षडग की गई है। बैङ्क्षरकेङ्क्षडग पर हर 10 से 15 फीट दूरी पर सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। इसी प्रकार हाइवे से सटा जनसभा स्थल होने के कारण भारी संख्या में सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं, जनसभा से दूर मकानों में रहने वालों का सुरक्षा कर्मियों ने ब्यौरा लेने के साथ उन्हें किसी बाहरी व्यक्ति को नहीं ठहराने की नसीहत दी।