आज प्रदोष और सूर्य की युति से बन रहा अद्भुत संयोग, दीपक जलाना रोग नाशक

काशी के ज्योतिषियों व संस्कृत के विद्वानों की राय रविवार को सूर्य और प्रदोष की यु़ति अद्भुत संयोग है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 05:44 PM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 05:44 PM (IST)
आज प्रदोष और सूर्य की युति से बन रहा अद्भुत संयोग, दीपक जलाना रोग नाशक
आज प्रदोष और सूर्य की युति से बन रहा अद्भुत संयोग, दीपक जलाना रोग नाशक

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री ने रविवार रात नौ बजे दीप, मोमबत्ती, सेलफोन टार्च जलाने का आह्वान किया है। इसमें दीप ज्योति को धर्माचार्यों ने उम्मीदों का दीप बताया। कहा, समूह में दीपक जलाना शास्त्रों में रोग प्रतिरोधक कारक बताया गया है। रविवार को सूर्य और प्रदोष की यु़ति अद्भुत संयोग है।

प्रदोष काल में दीप जलाने का विशेष महत्व

दीप ज्योति अंत: चेतना का संचार करती है। प्रधानमंत्री ने जिस काल में दीप जलाने की बात कही है वह प्रदोष काल है। इस काल में दीप जलाने का बहुत महत्व है। इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और सभी व्याधियों का नाश करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार समूह में दीप जलाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता व आत्मबल बढ़ता है। दीपक जलाते समय 'सर्वत्र व्यापनी ज्वाला ज्वालादेवी नमोस्तुते' मंत्र पढऩे से विशेष लाभ होगा।

-आचार्य रामनारायण द्विवेदी, मंत्री काशी विद्वत परिषद

दीपों की ऊर्जा से नाश होगा कोरोना

प्रधानमंत्री ने रविवार को जो दीपक जलाने का आह्वान किया है उसकी ऊर्जा से कोरोना के वायरस का नाश होगा। क्योंकि ऊर्जा का कभी क्षय नहीं होता। यह किसी न किसी रूप में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगी।  सनातन धर्म में हर कार्य का वैज्ञानिक आधार है। विषाणुओं और किटाणुओं के नाश के लिए ही दीपावली में दीप जलाया जाता है। यह दीपक भी कोरोना वायरस को समाप्त करने में अहम कड़ी होगा।

-ऋषि द्विवेदी, ख्यात ज्योतिषाचार्य

देश में दीप जलाएं

प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के बीच जो आह्वान किया वह राष्ट्रहित में है। हम सभी को चाहिए कि राष्ट्रहित में दीप जलाकर कोरोना को भगाएं। वर्तमान में कोरोना रूपी अंधकार जो संपूर्ण मानव जाति के अस्तित्व को अपने आगोश में लेना चाहता है उसे मिटाने के लिए प्रधानमंत्री के आग्रह का में समर्थन करते हुए आप सभी से अपील करता हूं  कि इस कार्य में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें। आज रात नौ बजे अपने-अपने घरों में नौ मिनट तक दीप जलाएं।

-रामेश्वर पुरी, महंत, अन्नपूर्णा मंदिर

दीपक देश ही नहीं पूरे विश्व का कल्याण करेगा

रविवार की रात में नौ बजे जलने वाला दीपक देश ही नहीं पूरे विश्व में कोरोना से उपजे संकट को दूर करेेगा। प्रधानमंत्री ने यह बहुत बड़ा आह्वान किया है। दीपक केवल अंधकार को नहीं मिटता है बल्कि मनुष्य के बीमारियों और विकारों को दूर करता है। हमारे शास्त्रों में भी अखंड दीपक जलाने का विधान है। शास्त्रों में एक दीपक की ऊर्जा सौ पुरुष के बराबर मानी गई है। यह महामारी से बचाने का सर्वोत्तम प्रयास है। इस महामारी के बीच समय-समय पर आकर प्रधानमंत्री ने अहसास कराया है कि वह हर पल जनता के साथ हैं। - संतोष दास -सतुआ बाबा, महामंडलेश्वर

अंधकार रूपी कोरोना को दूर भगाएं

देशवासियों का आह्वïन है कि वे पांच अप्रैल की रात नौ बजे से नौ मिनट के लिए घरों के बाहर दीपक आदि से प्रकाश कर अंधकार रूपी कोरोना को परिवार-समाज से दूर भगाएं। यह कार्य अंधकार पर प्रकाश की विजय, हमारे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने तथा आगे बढ़ाने में प्रभावकारी साबित होगा। नौ का अंक अपरिवर्तनीय है। इसके गुणक का योग हमेशा 9 ही होता है। इसलिए भगवान राम का जन्म भी नवमी के दिन ही हुआ।

- पद्मश्री प्रो. भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी बागीश शास्त्री, संस्कृत के विद्वान व भाषाविद

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