Lockdown in Varanasi दो वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा दूध और दाल का पानी

विशाल भारत संस्थान वाराणसी द्वारा संचालित अनाज बैंक ने भूख से बिलख रहे मासूमों को बड़ी राहत देने की पहल की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 31 Mar 2020 10:40 PM (IST) Updated:Tue, 31 Mar 2020 10:40 PM (IST)
Lockdown in Varanasi दो वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा दूध और दाल का पानी
Lockdown in Varanasi दो वर्ष तक के बच्चों को मिलेगा दूध और दाल का पानी

वाराणसी, जेएनएन। विशाल भारत संस्थान द्वारा संचालित अनाज बैंक ने भूख से बिलख रहे मासूमों को बड़ी राहत देने की पहल की है। नवजात से लेकर दो वर्ष तक बच्चों को जहां दूध व दाल का पानी दिया जाएगा, वहीं भूख से जंग लड़ रहे परिवारों तक भोजन पहुंचाया जाएगा। इस पहल की शुरुआत मंगलवार को अनाज बैंक में एक साल की निधि का खाता खोलकर किया गया।

अभी तक अनाज बैंक में गरीबी रेखा के नीचे के परिवार की महिलाओं के नाम से ही निकासी खाता खोलकर अनाज दिया जाता था। कमच्छा निवासी महेंद्र मोची की एक साल की बच्ची निधि दो दिन से भूख से बिलख रही थी। इसकी सूचना जब अनाज बैंक को मिली तो उसके लिए दूध का पैकेट भेजा गया। दूध मिलने के बाद निधि मुस्कुरा उठी और उसके पिता ने अनाज बैंक के प्रति कृतज्ञता जताई। अनाज बैंक के संरक्षक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अनाज बैंक निदेशक मंडल को तत्काल बच्चों का भी खाता खोलने का निर्देश दिया। अनाज बैंक के संस्थापक चेयरमैन डा. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि जन्म से लेकर दो वर्ष तक के बच्चों का खाता उन्हीं के नाम से खोला जाएगा। इस पहल की शुरुआत निधि से ही की गई। चूंकि उसने बैंक को अपना फैसला बदलने पर मजबूर किया, उसे ब्रांड अंबेस्डर बनाया गया है। वहीं बच्चों के लिए जारी होने वाला पासबुक भी निधि पासबुक के नाम से जाना जाएगा। प्रबंध निदेशक अर्चना भारतवंशी ने बताया कि लॉकडाउन को देखते हुए 200 भूख पीडि़त परिवारों को चिन्हित कर अनाज बैंक का पासबुक जारी कर दिया गया है। अब इन्हें प्रतिदिन भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा 100 बच्चों को भी चिह्नित किया गया है, जिनके नाम से खाता खोलकर दाल का पानी व दूध उपलब्ध कराया जाएगा। कहा इसमें सहयोग करने के इच्छुक लोग संस्था से संपर्क कर सकते हैं।

अनाज बैंक की 24 घंटे की रसोई में नजमा परवीन, नाजनीन अंसारी, डा. मृदुला जायसवाल, खुशी भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, शालिनी भारतवंशी, सुनीता श्रीवास्तव, पूनम श्रीवास्तव, मैना देवी, पार्वती, उर्मिला, गीता, सरोज, प्रभावती, लीलावती, रमता श्रीवास्तव व किशुना अपनी सेवा दे रही हैं। वहीं शिवेंद्र सिंह, मो. अजहरुद्दीन, संजीव प्रताप, ताजीम भारतवंशी, रोजा भारतवंशी, तबरेज भारतवंशी, राशिद भारतवंशी, पौरिक राणावत, मुश्ताक अहमद, मो. शफीक मुजद्दीदी व मो. शाहिद इसराईल खान को बाबतपुर, चितईपुर, सारनाथ, सिंधोरा आदि क्षेत्रों में भोजन वितरण की जिम्मेदारी दी गई है।

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