दोपहर बाद बूंदाबांदी से मौसम हुआ सुहाना
जागरण संवाददाता वाराणसी तापमान की गति को दोपहर बाद बादलों की आसमान में अचानक उपस्थिति ने थाम लिया। सुबह से ही हुई तीखी धूप के चलते पड़ रही चिलचिलाती गर्मी की आंच बादलों के आवरण में मद्धिम पड़ने लगी तो अनेक स्थानों पर हुई बूंदाबांदी व कहीं-कहीं रिमझिम बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : तापमान की गति को दोपहर बाद बादलों की आसमान में अचानक उपस्थिति ने थाम लिया। सुबह से ही हुई तीखी धूप के चलते पड़ रही चिलचिलाती गर्मी की आंच बादलों के आवरण में मद्धिम पड़ने लगी तो अनेक स्थानों पर हुई बूंदाबांदी व कहीं-कहीं रिमझिम बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया। गुरुवार को अधिकतम तापमान में महज 0.8 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई तो न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री तक ही बढ़ सका। इस प्रकार अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम 40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया तो न्यूनतम तापमान औसत से तीन डिग्री सेल्सियस कम 24 डिग्री सेल्सियस रहा।
सुबह से ही तीखी धूप के कारण पड़ रही चिलचिलाती गर्मी लोगों को झुलसाने लगी थी। गर्मी का प्रभाव देख लोग बाहर निकलने से परहेज कर रहे थे। दोपहर बाद आसमान में बादल घिरे और सूर्यदेव के उनमें घिर जाने से उनकी रश्मियों की ऊष्मा कम हो गई। कुछ ही देर बाद शहर के अनेक क्षेत्रों में बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसके बाद मौसम सुहाना हो गया। जनमानस प्रचंड गर्मी से राहत महसूस करने लगा।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय व बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अब इधर ऐसा ही मौसम आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। दोपहर तक प्रचंड धूप और इसके बाद बूंदाबांदी। इसकी वजह से कभी राहत तो कभी उमस भरी गर्मी दोनों तरह की स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह की बारिश धीरे-धीरे वातावरण में आर्द्रता बढ़ाने में सहायक होगी जो आने वाले दो-तीन दिनों में धूल भरी तेज हवा के साथ बारिश करा सकती है।