हाउस होल्ड सर्वे बंद, आउट ऑफ स्कूल बच्चों के नामांकन की जिम्मेदारी अब 'शारदा' पर
वाराणसी राइट-टू-एजुकेशन के तहत अब आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित करने के लिए हाउस होल्ड सर्वे नहीं होगा।
वाराणसी, जेएनएन। राइट-टू-एजुकेशन के तहत अब आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित करने के लिए हाउस होल्ड सर्वे नहीं होगा। शासन ने हाउस होल्ड सर्वे बंद कर दिया है। इसके स्थान आउट ऑफ स्कूल बच्चों का परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कराने के लिए 'शारदा' नामक अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत शिक्षकों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित कर तत्काल रजिस्ट्रेशन फार्म भरवाने का निर्देश दिया गया है ताकि पहली अप्रैल से नया सत्र शुरू होते ही इन बच्चों का नामांकन हो सके।
पहले हाउस होल्ड सर्वे के तहत तीन वर्ष से पांच वर्ष के बच्चों का भी सर्वे कराया जाता है। वहीं 'शारदा' अभियान के तहत सिर्फ छह से 14 वर्ष के उन बच्चों की तलाश की जाएगी जो किन्हीं कारणवश स्कूल नहीं जाते हैं। इसके अलावा 45 दिनों तक लगातार स्कूल से गायब रहने वाले बच्चों को चिन्हित कर नए सिरे से विद्यालयों में नामांकन कराने का निर्देश दिया गया है। बीएसए जय सिंह ने बताया कि आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिन्हित करने के लिए दो फरवरी से ही अभियान शुरू कर दिया गया है। सर्वे के लिए परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों, शिक्षामित्रों व आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को भी लगाया गया है। इस संबंध सभी ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी दिए जा चुके हैं। इसमें सभी विद्यालयों को कम से कम 15 फीसद नामांकन बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए श्रम विभाग से भी सहयोग मांगा गया है।
दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से अभियान : दिव्यांग बच्चों के लिए अलग से अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। जिला समन्वयक त्रिलोकी शर्मा ने बताया कि इसके लिए स्पेशन बीएड करने वाले 29 शिक्षकों को लगाया गया है।
नामांकन दो चरणों में : स्कूलों में बच्चों का नामांकन दो चरणों में कराने का निर्णय लिया गया है। प्रथम चरण एक से 20 अप्रैल व द्वितीय चरण में 21 मई से 30 जून तक नामांकन कराया जाएगा।