अध्यापक के खिलाफ प्राथमिकी, बनारस के अनुराग त्रिपाठी दूसरे के सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी

वाराणसी में सहायक अध्यापक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज बनारस के अनुराग त्रिपाठी दूसरे के सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 30 Jul 2020 06:40 AM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2020 09:09 AM (IST)
अध्यापक के खिलाफ प्राथमिकी, बनारस के अनुराग त्रिपाठी दूसरे के सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी
अध्यापक के खिलाफ प्राथमिकी, बनारस के अनुराग त्रिपाठी दूसरे के सर्टिफिकेट पर कर रहे थे नौकरी

वाराणसी, जेएनएन। प्रदेश भर में फर्जी तरीके से दूसरे के प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का मामला सामने आ रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को वाराणसी जिले में भी ऐसा मामला सामने आने पर जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई है। परिषदीय विद्यालय में कार्यरत फर्जी शिक्षक एक ही पैन कार्ड नंबर पर दो-दो जिलों में वेतन भुगतान सेे पकड़ मेें आया। इस मामले के बाद एक और बर्खास्त शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इसको लेकर बुधवार को शिक्षा विभाग में काफी चर्चा भी रही।

बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जीगिरी के प्राथमिक विद्यालय (देईपुर-सेवापुरी) के सहायक अध्यापक अनुराग त्रिपाठी के खिलाफ बुधवार को जंसा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। खंड शिक्षाधिकारी डीपी सिंह की तहरीर पर थाने ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर में अनुराग पर दूसरे की सर्टिफिकेट पर नौकरी करने का आरोप लगाया गया है। 

मानव संपदा पोर्टल से सूबे में 192 ऐसे अध्यापक चिन्हित किए गए थे जो एक ही पैन नंबर पर दो-दो जिलों के विद्यालयों से वेतन उठा रहे हैं। जनपद में भी ऐसे छह शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है। निर्धारित अवधि के भीतर चार शिक्षकों ने जवाब दे दिया। वहीं  पूर्व माध्यमिक विद्यालय (मुरेरी-चोलापुर) के सहायक अध्यापक महात्मा यादव व प्राथमिक विद्यालय (देईपुर-सेवापुरी) के अनुराग त्रिपाठी ने कोई जवाब नहीं दिया। इसे देखते हुए बीएसए राकेश ङ्क्षसह ने 20 अगस्त को दो शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी थी। वहीं सेवापुरी व चोलापुर के खंड शिक्षा अधिकारियों को दोनों शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराने का निर्देश दिया था। इस क्रम में डीपी ङ्क्षसह ने अनुराग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी है। बीएसए ने बताया कि महात्मा यादव के नाम पर बलिया व अनुराग त्रिपाठी के नाम पर आंबेडकर नगर में भी शिक्षक नौकरी कर रहे हैं। ऐसे में महात्मा यादव के खिलाफ भी दो दिनों के भीतर प्राथमिकी दर्ज हो जाएगी। 

chat bot
आपका साथी