चंदौली के कालेश्वर महादेव मंदिर में शुरू हुए भव्यता के जतन, आज होगी पैमाइश

वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अधीन चंदौली के बरठी स्थित कालेश्वरनाथ महादेव मंदिर का बुधवार को सीईओ विशाल सिंह ने निरीक्षण किया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 13 Dec 2018 11:27 AM (IST) Updated:Thu, 13 Dec 2018 11:27 AM (IST)
चंदौली के कालेश्वर महादेव मंदिर में शुरू हुए भव्यता के जतन, आज होगी पैमाइश
चंदौली के कालेश्वर महादेव मंदिर में शुरू हुए भव्यता के जतन, आज होगी पैमाइश

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद के अधीन चंदौली के बरठी स्थित कालेश्वरनाथ महादेव मंदिर का बुधवार को सीईओ विशाल सिंह ने निरीक्षण किया। शाम को अभियंताओं व राजस्व कर्मियों की टीम के साथ सकलडीहा पहुंचे सीईओ ने स्थानीय अफसरों को इसकी नापजोख कर चौहद्दी का सीमांकन करने का आग्रह पत्र दिया। इस दौरान मौके पर पहुंचे सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय को भी उन्होंने वस्तु स्थिति से अवगत कराया। बताया कि मंदिर की चहार दीवारी निर्माण के साथ ही शिखर, बरामदा, विवाह मंडप, सरोवर व मुख्य द्वार को भव्य रूप दिया जाएगा।

इस पर आने वाले खर्च का आकलन तो विशेषज्ञों की टीम करेगी लेकिन इस पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च का अंदाजा लगाया जा रहा है। इस पर सांसद डा. पांडेय ने सहमति भी जता दी। उन्होंने बताया कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास से संबद्ध पौराणिक महत्व के प्राचीन मंदिर की अब तक जनप्रतिनिधियों ने उपेक्षा की लेकिन अब इसका कायाकल्प कर भव्य रूप प्रदान किया जाएगा। श्रद्धालु हित में सभी संसाधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे। 

स्वयं भू शिवलिंग : सकलडीहा स्थित इस मंदिर के साथ ही चकिया स्थित जागेश्वरधाम मंदिर के सुंदरीकरण का प्रस्ताव सितंबर में न्यास की बैठक में पारित किया गया था। इन दोनों ही शिवालयों में शिवलिंग स्वयंभू माने जाते हैं। जनश्रुतियों के अनुसार कालेश्वरनाथ महादेव मंदिर का निर्माण सकलडीहा कोट के राजा बख्त शाह ने कराया था। इससे संबंधित प्रसंग है कि एक बार बख्त शाह यात्रा के दौरान घने जंगल में पेड़ के नीचे विश्राम के लिए ठहरे। इस दौरान उन्हें नींद आ गई और स्वप्न में महादेव ने दर्शन दिया और कहा मैं नीचे हूं, मेरा मंदिर बनवाओ। 

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