डग्गामार ऑटो रिक्शा होंगे वाराणसी शहर से बाहर, अधिकारियों की टीम गठित कर बनेगी योजना

उप परिवहन आयुक्त वाराणसी परिक्षेत्र (डीटीसी) अशोक कुमार सिंह ने शहर में डग्गामार आटो रिक्शा संचालित होने पर नाराजगी जाहिर की है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 18 Jun 2020 08:30 AM (IST) Updated:Thu, 18 Jun 2020 09:36 AM (IST)
डग्गामार ऑटो रिक्शा होंगे वाराणसी शहर से बाहर, अधिकारियों की टीम गठित कर बनेगी योजना
डग्गामार ऑटो रिक्शा होंगे वाराणसी शहर से बाहर, अधिकारियों की टीम गठित कर बनेगी योजना

वाराणसी, जेएनएन। उप परिवहन आयुक्त वाराणसी परिक्षेत्र (डीटीसी) अशोक कुमार सिंह ने शहर में डग्गामार आटो रिक्शा संचालित होने पर नाराजगी जाहिर की है। डग्गामार आटो रिक्शा चलने से शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ गई है। आटो रिक्शा चालकों की मनमानी साफ दिखाई पड़ रही है। न तो उनके चलने का रूट तय हैं और न ही किराया। चालक वर्दी में भी नहीं दिखाई पड़ते हैं। सुगम यातायात व्यवस्था संचालित करने के लिए शहर से डग्गामार आटो रिक्शा बाहर होंगे। जिला प्रशासन, यातायात और परिवहन अधिकारियों की टीम गठित कर योजना बनाई जाएगी। वे कार्यभार ग्रहण करने के बाद बुधवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में यह बातें कहीं।

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते हादसे कम हुए हैं लेकिन लोगों में जागरूकता की कमी है। हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग की ओर से विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। डीलरों के साथ बैठक कर योजना बनाई जाएगी कि वे वाहन बेचने से पहले क्रेता से यातायात नियमों के बारे में पूछें। यदि क्रेता को जानकारी नहीं है तो उसे बताएं कि गाड़ी खरीदना बहादुरी नहीं है, बल्कि उसके नियमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि ओवरलोड ट्रकों को किसी भी हालत में चलने नहीं दिया जाएगा। इसके लिए टीम गठित करके कार्रवाई की जाएगी। प्रवर्तन अधिकारियों से की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही उन्हें लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा जिससे उनकी जवाबदेही तय रहे। कार्यालय में दलालों के माध्यम से काम होने के सवाल पर कहा कि आरटीओ और एआरटीओ की जिम्मेदारी होगी कि तथाकथित लोग काम नहीं कराएं। मेरे द्वारा निरीक्षण करने पर बाहरी लोग मिलने पर दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।

लाकडाउन में सबसे पहले कार्य शुरू करने की अनुमति का फायदा नहीं उठाया एनएचएआइ

देश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया। इस वजह से हर काम पीछे हो गया। लॉकडाउन में ही जब काम के अवसर आए तो जनपद में सबसे पहले एनएचएआइ को ग्रामीण इलाकों में सड़क निर्माण शुरू करने का आदेश मिला। एक महीना पूर्व मिले अवसर का एनएचएआइ फायदा नहीं उठा सका। 

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