बकाया भुगतान नहीं मिलने से जलकल के ठेकेदार ने खाया जहर, गंभीर अवस्‍था में बीएचयू के ट्रामा सेंटरभर्ती Varanasi news

चेतगंज थाना क्षे्त्र के तहत कालीमहाल निवासी जलकल के ठेकेदार विनय कुमार श्रीवास्‍तव ने जहर खा लिया परिवार के सदस्‍यों ने उनकों तत्‍काल कबीर चौरा अस्‍पताल में भर्ती कराया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 30 Sep 2019 12:12 PM (IST) Updated:Mon, 30 Sep 2019 08:11 PM (IST)
बकाया भुगतान नहीं मिलने से जलकल के ठेकेदार ने खाया जहर, गंभीर अवस्‍था में  बीएचयू के ट्रामा सेंटरभर्ती Varanasi news
बकाया भुगतान नहीं मिलने से जलकल के ठेकेदार ने खाया जहर, गंभीर अवस्‍था में बीएचयू के ट्रामा सेंटरभर्ती Varanasi news

वाराणसी, जेएनएन। जलकल विभाग के ठेकेदार विनय श्रीवास्तव (49) ने मंगलवार की सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में विषाक्त पदार्थ खा लिया। गंभीर अवस्था में परिजनों ने उनको कबीरचौरा स्थित शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। हालत बिगडऩे पर डाक्टरों ने ठेकेदार को बीएचयू के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

चेतगंज थाना क्षेत्र के लहंगपुर निवासी जलकल विभाग के ठेकेदार विनय श्रीवास्तव विषाक्त पदार्थ खाने की जानकारी पिता को हुई। बेटे के मुंह से झाग निकलता देख पिता निहाल चंद श्रीवास्तव परिजनों की मदद से उसे कबीरचौरा स्थित अस्पताल लेकर पहुंच गए।

बकाये भुगतान को लेकर थे परेशान

परिजनों के अनुसार जलकल विभाग से जुड़़े सीवर सफाई के किए कार्यों का भुगतान नहीं हुआ था। करीब छह से सात लाख रुपये बकाया होने का अनुमान है। परिजनों का कहना है कि जिस तारीख को ठेकेदार विनय की फर्म वीके इंजीनियङ्क्षरग वर्क को जलकल विभाग ने ब्लैक लिस्ट किया था उसके चार माह पहले से ही विनय ने सीवर सफाई कार्य बंद कर दिया था।

जलकल सचिव के दुर्व्‍यवहार से क्षुब्ध

जलकल विभाग की कार्रवाई से परेशान विनय ने महाप्रबंधक, सचिव समेत अन्य अफसरों से गुहार लगाई थी। नगर आयुक्त आशुतोष कुमार द्विवेदी को भी न्याय की अर्जी दी। राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल को भी समस्या से अवगत कराते हुए मदद मांगी थी लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। परिजनों का आरोप है कि जलकल विभाग के सचिव समेत कुछ अफसर उनके साथ दुव्र्यवहार करते थे जिससे वे क्षुब्ध रहते थे।

23 लाख रुपये से अधिक भुगतान

जलकल महाप्रबंधक नीरज गौड़ का कहना है कि ठेकेदार विनय श्रीवास्तव को इस वित्तीय वर्ष के प्रारंभ से अब तक 23 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर दिया गया है। शेष बकाये राशि का भुगतान अविलंब करने की तैयारी है। दस्तावेज के अनुसार छह से सात लाख रुपये भुगतान होना शेष होगा। कहा कि भुगतान को लेकर कोई परेशानी नहीं थी। विषाक्त पदार्थ खाने के निजी कारण हो सकते हैं। 

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