वाणिज्य कर : एक ही E- Way Bill पर दो ट्रकों से पकड़ी गई 26 लाख रुपये की बीड़ी

वाणिज्य कर विभाग के सचल दस्ते ने लाकडाउन के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ई-वे बिल पर दोबारा दूसरी गाड़ी से पश्चिम बंगाल भेजी जा रही करीब 25.92 लाख रुपये की बीड़ी पकड़ी है। बीड़ी के मालिक से 14.52 लाख रुपये जुर्माना जमा कराया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 09 Oct 2020 08:14 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2020 01:57 PM (IST)
वाणिज्य कर : एक ही E- Way Bill पर दो ट्रकों से पकड़ी गई 26 लाख रुपये की बीड़ी
एक ही ई-वे बिल पर दो ट्रकों से पकड़ी गई 26 लाख की बीड़ी।

वाराणसी [मुकेश चंद्र श्रीवास्तव]। वाणिज्य कर विभाग के सचल दस्ते ने लाकडाउन के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ई-वे बिल पर दोबारा दूसरी गाड़ी से पश्चिम बंगाल भेजी जा रही करीब 25.92 लाख रुपये की बीड़ी पकड़ी है। कानपुर से अवैध रूप से ले जाई जा रही बीड़ी के मालिक से 14.52 लाख रुपये जुर्माना जमा कराया। इसके अलावा सचल दस्ते ने लोहा ले जा रहीं अन्य दो गाडिय़ों को पकड़ा है।

पश्चिम बंगाल से कुछ दिन पहले ही एक ट्रक बीड़ी भेजी गई थी, लेकिन रास्ते में ई- वे बिल नहीं देखा गया। इसलिए व्यापारी ने फायदा उठाते हुए उसी ई-वे बिल से दूसरी गाड़ी रवाना कर दी। विभाग को जानकारी मिली तो 18 सितंबर को बिहार-मोहनिया के पास बीड़ी लदा ट्रक पकड़ लिया।

वाणिज्य कर विभाग, जोन-1 ग्रेड टू के अपर आयुक्त (एसआइबी) मिथिलेश शुक्ला के अनुसार आयुक्त अमृता सोनी के निर्देश पर कई दिनों से अभियान चल रहा है। इस क्रम में यह धर-पकड़ की गई। बताया कि बीड़ी के मालिक से सोमवार को 14.52 लाख रुपये जुर्माना जमा कराया गया है। इसके अलावा उत्तराखंड से एक ट्रक में ट्रैक्टर व कुछ लोहे का पार्ट बिहार ले जाया जा रहा था। इसमें भी उस ई-वे बिल का उपयोग किया जा रहा था जिससे पहले माल भेजा गया था। संबंधित फर्म से बुधवार को सात लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। इसके साथ ही एक और ट्रक पकड़ा गया जो अवैध तरीके से बिहार से फतेहपुर लोहा ले जा रहा था। इससे 3.43 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। अपर आयुक्त ने बताया कि अभियान निरंतर चलता रहेगा।

आयुक्त ने दिए अभियान तेज करने के निर्देश

वाणिज्य कर विभाग की आयुक्त अमृता सोनी ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेflaग के माध्यम से अधिकारियों से बात की। निर्देश दिया कि कर चोरी पकडऩे का अभियान तेज करें। अक्टूबर की समीक्षा की जाएगी कि किसने कितनी चोरी पकड़ी। इस मौके पर जोन-1 ग्रेड वन के अपर आयुक्त एसपी वर्मा (अपील), ग्रेड- टू के अपर आयुक्त (एसआइबी) मिथिलेश शुक्ला सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

सहूलियत का कर रहे दुरुपयोग 

सरकार ने व्यापार आसान बनाने के लिए ई-वे बिल की सुविधा दी, ताकि व्यापारियों को कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें। इसमें एक से दूसरी जगह माल भेजने को बस एक ई-वे बिल जेनरेट करना पड़ता है, जिसे राह में जांच के दौरान दिखाकर माल गंतव्य भेजा जाता है। बताया जा रहा कि पश्चिम बंगाल से कानपुर पहुंचने में ट्रक वाले छह से आठ दिन का समय बनाते हैं।

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