वाराणसी के चोलापुर में पुलिसकर्मी के भाई ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, परिवारीजन का रो-रो कर बुरा हाल

वाराणसी में चोलापुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर (मड़इयां) ग्राम निवासी युवक ने शनिवार की भोर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 11:54 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 05:49 PM (IST)
वाराणसी के चोलापुर में पुलिसकर्मी के भाई ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, परिवारीजन का रो-रो कर बुरा हाल
वाराणसी के चोलापुर में पुलिसकर्मी के भाई ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, परिवारीजन का रो-रो कर बुरा हाल

वाराणसी, जेएनएन। चोलापुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर (मड़इयां) ग्राम निवासी युवक ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार को प्रातः सोकर उठे परिवारीजन को घटना की जानकारी हुई तो घर में कोहराम मच गया। जानकारी के अनुसार संदीप यादव (25 वर्ष) पुत्र स्व. सभाजीत रोज की भांति शुक्रवार देर रात भोजन करने के पश्चात घर के बाहरी हिस्से में बने टीन शेड में सोने चला गया। सुबह में उक्त टीन शेड के बांस से मफलर के सहारे संदीप का लटकता शव देख परिवारीजन सन्न रह गए।

मृतक का बड़ा भाई उत्तर प्रदेश पुलिस में चंदौली जिले में तैनात

आनन-फानन में परिजनों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मृतक संदीप अविवाहित था तथा घर पर रहकर खेती-बाड़ी करता था। वह चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था। मृतक का बड़ा भाई अजय यादव उत्तर प्रदेश पुलिस में चंदौली जिले में तैनात है। पिता स्व. सभाजीत भी उत्तर प्रदेश पुलिस से सेवानिवृत्त थे। इस घटना से माता निर्मला समेत परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार मृतक बिगड़ैल स्वभाव का था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

रोहनिया में अध्यापिका ने लगाई फांसी

वाराणसी के रोहनिया थाना के बगल में स्थित गोविंदपुर गांव में लगभग 36 वर्षीय संगीता मौर्या नामक अध्यापिका ने बीते गुरुवार यानी 9 जुलाई को फांसी लगाकर जान दे दी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनार मिर्जापुर की रहने वाले राजनारायण मौर्या लगभग विगत 10 वर्षो से रोहनिया थाना के बगल में स्थित गोविंदपुर गांव में मकान बनवाकर रहते थे। इनको दो पुत्री तथा एक पुत्र था। बीती रात में इनकी बड़ी पुत्री संगीता मौर्या ने कमरे में छत में लगे पंखे के सहारे फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। जब सुबह हुई तो काफी देर तक दरवाजा नही खुला तो छोटी बहन अनुराधा ने दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा नही खुला तो उसने अपने भाई दीपक को बताया। तो आनन-फानन में जब कमरे के रोशनदान से देखा तो वह पखे के सहारे रस्‍सी से लटकी पड़ी थी।

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