जौनपुर में अवैध पटाखा फैक्ट्री के मलबे में दूसरे दिन मिला बालक का शव, पटाखा खरीदने गया था बालक

जौनपुर के भंडरिया टोला पाही मोहल्ले में शनिवार को जिस अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था रविवार की सुबह उसके मलबे से करीब 14 घंटे बाद बालक का शव बरामद हुआ। बुरी तरह से घायल पटाखा कारोबारी मुश्ताक और उसकी पुत्रवधू का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 31 Oct 2021 04:45 PM (IST) Updated:Sun, 31 Oct 2021 04:45 PM (IST)
जौनपुर में अवैध पटाखा फैक्ट्री के मलबे में दूसरे दिन मिला बालक का शव, पटाखा खरीदने गया था बालक
जौनपुर: गमगीन मृत बालक समद के स्वजन व समद। ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। नगर के भंडरिया टोला पाही मोहल्ले में शनिवार को जिस अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था, रविवार की सुबह उसके मलबे से करीब 14 घंटे बाद बालक का शव बरामद हुआ। बुरी तरह से घायल पटाखा कारोबारी मुश्ताक और उसकी पुत्रवधू गुड़िया का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। विस्फोट कितना जबरदस्त था इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पास-पड़ोस के भी चार मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

पटाखा बेचने का लाइसेंसी मुश्ताक चोरी-छिपे अपने दो मंजिला घर में पटाखा बनाने की फैक्ट्री चला रहा था। शनिवार की शाम करीब पांच बजे अज्ञात कारणों से आग लगने के बाद लगभग आधे घंटे तक पटाखों के ढेर में विस्फोट होने से मुश्ताक का घर ढह गया था। ठीक बगल में मोबीन अहमद के घर की चारदीवारी धराशाई हो गई। इम्तियाज अहमद के घर का एक कमरा जमींदोज हो गया। दो अन्य घरों को भी क्षति पहुंची है। मलबे से मुश्ताक और उसकी पुत्रवधू गुड़िया बुरी तरह से झुलसी अवस्था में निकाली गईं। मुश्ताक के दो पुत्र सोनू, कल्लू व दो पौत्र घायल हो गए थे।

पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए किसी को मलबे के पास जाने नहीं दे रही थे। हादसे के समय मुश्ताक के घर में मौजूद 11 वर्षीय आकिब पुत्र समद उर्फ डाक्टर का पता नहीं चल रहा था। रविवार की सुबह खोज के दौरान मुश्ताक के घर के पास आकिब की साइकिल मिलने पर उसके मलबे में दबे होने की आशंका जताई जाने लगी। इस पर हरकत में आए प्रशासन ने फिर मलबा हटाने का काम शुरू किया तो आकिब का शव मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। पुलिस का कहना है कि मुश्ताक मृत बालक आकिब के पिता समद उर्फ डाक्टर का वाहन चलाता था। आकिब घर से मुश्ताक को बुलाने गया था। वहीं मोहल्लेवासियों का कहना है कि आकिब मुश्ताक के घर पटाखा खरीदने गया था। उसी समय विस्फोट हो गया और मकान में मलबे में दबकर उसकी मौत हो गई।

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