Akanksha Dubey Suicide News: हीरोइन के मोबाइल से खुलेगा मौत का राज, खंगाली जाएगी व्हाट्सएप और मैसेंजर चैट
पुलिस व्हाट्सएप और मैसेंजर चैट को भी खंगाल सकती है। इससे यह भी साफ हो सकता है कि शनिवार रात वह किस जन्मदिन पार्टी में गई थी और वहां क्या हुआ। फिलहाल पुलिस उस युवक की तलाश कर रही है जो आकांक्षा को छोड़ने होटल आया था।
वाराणसी, जागरण संवाददाता: सारनाथ की बुद्धा सिटी कॉलोनी स्थित होटल सोमेंद्र के जिस कमरे में भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे ठहरी थीं, वहां से पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। ऐसे में ये कयास लगाया जा रहा है कि उसके मोबाइल फोन से कई राज खुल सकते हैं। पुलिस व्हाट्सएप और मैसेंजर चैट को भी खंगाल सकती है। इससे यह भी साफ हो सकता है कि शनिवार रात वह किस जन्मदिन पार्टी में गई थी और वहां क्या हुआ। फिलहाल, पुलिस उस युवक की तलाश कर रही है जो आकांक्षा को छोड़ने होटल आया था। जन्मदिन पार्टी की बात भी झूठ है या सच, पुलिस इसकी जांच कर रही है।
मौके पर पहुंचे पुलिस सहायक पुलिस आयुक्त ज्ञान प्रकाश राय व थाना प्रभारी धर्मपाल सिंह ने बताया कि अभिनेत्री की मौत हो चुकी थी। मामला प्रथम दृष्ट्या आत्महत्या का है। पुलिस ने मौके से शराब की बोतल व सिगरेट के डिब्बे को जांच के लिए कब्जे में लिया। इस घटना के बाद डायरेक्टर विकास श्रीवास्तव, एसोसिएट डायरेक्टर नीरज श्रीवास्तव, हीरो अखिलेश वर्मा सहित यूनिट के अन्य लोग होटल पहुंच गए।
रात में छोड़ने आया युवक कौन?
होटल मैनेजर ने बताया कि हेयर ड्रेसर रेखा को आकांक्षा दुबे ने किसी जन्मदिन पार्टी में जाने की बात कही थी। वहां से जब देर रात वापस आईं तो कमरे तक पहुंचाने एक युवक भी आया था। वह लड़खड़ाते हुए अपने कमरे में गईं। साथ आया युवक लगभग 17 मिनट तक अभिनेत्री के साथ कमरे में रहा और उसके बाद गया। सुबह कमरे का दरवाजा खोलने पर कमरे की लाइट जल रही थी और बाथरूम का नल खुला था।
बिना लाइसेंस के एक वर्ष से चल रहा होटल
बुद्धा सिटी कालोनी में होटल सोमेंद्र का लाइसेंस नहीं है। होटल के मालिक रत्नेश सिंह हैं। होटल के लाइसेंस के मामले में सहायक पुलिस आयुक्त ज्ञान प्रकाश राय ने रजिस्टर व होटल के अन्य दस्तावेज की जांच की। मैनेजर रितेश कुमार मेहता ने बताया कि होटल लगभग एक वर्ष से चल रहा है लेकिन अग्निशमन विभाग से एनओसी न मिलने से लाइसेंस रुका हुआ है।
कम समय में बनाई थी पहचान
आकांक्षा दुबे तीन साल की उम्र में परिवार के साथ मुंबई शिफ्ट हुई थीं। माता-पिता उसे आइपीएस अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन उसकी रुचि मन डांस और एक्टिंग में थी। आकांक्षा ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में मेहनत से बहुत ही कम समय में पहचान बनाई थी। उसने अपने करियर की शुरुआत इंटरनेट प्लेटफार्म टिक-टॉक से की थी। टिक-टॉक पर आकांक्षा के टैलेंट को लोगों ने पसंद किया और उनके फैन बढ़ते गए।
इंस्टाग्राम पर 29,36 पोस्ट हैं और करीब 17 लाख फॉलोअर्स हैं। आकांक्षा दुबे अपनी एक फिल्म के लिए करीब दो लाख चार्ज करने लगी थीं। हर महीने करीब 60 से 70 हजार रुपये कमाती थीं। उनकी नेटवर्थ करीबन 25 से 35 लाख रुपये थी। 26 मार्च को भोजपुरी स्टार पवन सिंह के साथ आकांक्षा का एक नया गाना रिलीज हुआ है।
‘या तो आ जाए तू या हम ही ठिकाने लग जाएं’
आकांक्षा दुबे ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट की स्टोरी पर घटना से करीब 23 घंटे पहले एक शायरी भी पोस्ट की थी। शायरी थी ‘देखेंगे राह तेरी चाहे जमाना लग जाए, या तो आ जाए तू या हम ही ठिकाने लग जाएं। आकांक्षा ने ‘वीरों के वीर’ और ‘कसम पैदा करने वाले की’ नामक दो फिल्मों में काम किया था। घटना से पहले आकांक्षा इंस्टाग्राम पर लाइव भी आई थीं। छोटे से वीडियो में परेशान दिखाई दे रही थीं।