12 साल बाद : 650 रुपये घूस प्रकरण में कार्रवाई की रिपोर्ट तलब, 2007 में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को किया था गिरफ्तार

लेखपाल द्वारा 650 रुपये रंगेहाथ घूस लेने के प्रकरण में 12 साल बाद भी अभी कार्रवाई थमी नहीं है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 08:50 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 08:30 AM (IST)
12 साल बाद : 650 रुपये घूस प्रकरण में कार्रवाई की रिपोर्ट तलब, 2007 में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को किया था गिरफ्तार
12 साल बाद : 650 रुपये घूस प्रकरण में कार्रवाई की रिपोर्ट तलब, 2007 में एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को किया था गिरफ्तार

आजमगढ़, जेएनएन। लेखपाल द्वारा 650 रुपये रंगेहाथ घूस लेने के प्रकरण में 12 साल बाद भी अभी कार्रवाई थमी नहीं है। तत्कालीन तहसीलदार सगड़ी, नायब तहसीलदार और कंप्यूटर सहायक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई कराए जाने के संबंध में शासन ने आख्या तलब की है।

आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद ने जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र के माध्यम से अवगत कराया है कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन(एंटी करप्शन टीम) गोरखपुर इकाई की ट्रैप टीम द्वारा तहसील सगड़ी के लेखपाल केशव ङ्क्षसह को शिकायतकर्ता प्रेमचंद्र मौर्या से 650 रुपया लेते हुए छह जून 2007 को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। विवेचना के दौरान तत्कालीन तहसीलदार राम बिलास यादव, तत्कालीन नायब तहसीलदार चंद्रप्रकाश प्रियदर्शी और तत्कालीन कंप्यूटर सहायक निजामुद्दीन के खिलाफ शिथिल पर्यवेक्षण का दोषी पाया गया और विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई। आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद ने निर्देशित किया है कि प्रकरण में तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार और कंप्यूटर सहायक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा की गई संस्तुति के अनुसार विभागीय कार्रवाई करते हुए गृह व राजस्व अनुभाग को अवगत कराएं।

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