कोविशील्ड की सेकेंड डोज लगवाने के बाद बीएचयू के दो लोगों समेत तीन डाक्टर संक्रमित, वाराणसी में 95 हाॅटस्पाट
वैक्सीन की सेकेंड डोज लेने के बाद भी बीएचयू के दो समेत तीन डाक्टर संक्रमित हो गए। बीएचयू के दो डाक्टरों में जहां एनेस्थीसिया के पुरुष डाक्टर की रिपोर्ट पांच दिन पहले पाजिटिव थी वहीं पीडियाट्रिक विभाग की महिला डाक्टर तीन दिन पहले संक्रमित हुईं।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। एक ओर जहां 57 दिन बाद संक्रमण से मौत दर्ज हुई तो वहीं वैक्सीन की सेकेंड डोज लेने के बाद भी बीएचयू के दो समेत तीन डाक्टर संक्रमित हो गए। बीएचयू के दो डाक्टरों में जहां एनेस्थीसिया के पुरुष डाक्टर की रिपोर्ट पांच दिन पहले पाजिटिव थी, वहीं पीडियाट्रिक विभाग की महिला डाक्टर तीन दिन पहले संक्रमित हुईं। इन दोनों के अलावा स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ की महिला डाक्टर भी कोरोना पाजिटिव पाई गईं।
दरअसल, कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज लेनी होती है। इसके दो सप्ताह बाद वायरस के प्रति शरीर में जरूरी एंटीबाडी बनते हैं। बीएचयू हास्पिटल के एमएस प्रो. एसके माथुर के मुताबिक बीएचयू के दोनों डाक्टरों ने कोविशील्ड की दूसरी खुराक ली थी, लेकिन दो सप्ताह की अवधि पूरी नहीं हो पाई थी। कुछ दिनों पहले एक कोरोना संक्रमित मरीज की सर्जरी हुई थी। उसका बच्चा भी पाजिटिव था, जिसकी देखभाल डाक्टरों के ही जिम्मे था। संभव है कि इस दौरान एनेस्थीसिया व पीडियाट्रिक के डाक्टर मरीजों के संपर्क में आकर कोरोना पाजिटिव हुए होंगे। उधर, बीएचयू के बायोकेमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर व उनकी पत्नी की रिपोर्ट भी पाजिटिव रही। बायोकेमिस्ट्री के प्रोफेसर ने वैक्सीन की एक, जबकि स्वास्थ्य केंद्र हरहुआ पर तैनात उनकी पत्नी ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली थी। हालांकि दूसरी डोज लिए हुए उन्हें 10 दिन से भी कम समय हुआ है। सभी स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
18 दिन में सात गुना बढ़े सक्रिय मरीज
दिसंबर के बाद 28 मार्च को एक ही दिन में सबसे अधिक 62 नए पाजिटिव मिले। 10 मार्च को सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या महज 50 थी, वहीं 18 दिन बाद यह आंकड़ा तकरीबन सात गुना बढ़कर 348 हो गया है। अब तक कुल 766397 सैंपलों की जांच की जा चुकी है, जिनमें 743918 निगेटिव व 22479 पाजिटिव रहे। जिले में वर्तमान में 95 हाटस्पाट हैं, वहीं 2600 आरेंज से ग्रीन जोन में आ चुके हैं।