कैंटोमेंट में भी बनेगा 220 केवी का बिजली घर, तीन लाख लोगों की बिजली समस्या होगी दूर varanasi news
छावनी क्षेत्र लहरतारा नदेसर कैंट रेलवे स्टेशन विद्यापीठ सहित शहर के दो दर्जन इलाकों में रहने वाले लगभग तीन लाख लोगों की बिजली समस्या दूर होगी।
वाराणसी, जेएनएन। छावनी क्षेत्र, लहरतारा, नदेसर, कैंट रेलवे स्टेशन, विद्यापीठ सहित शहर के दो दर्जन इलाकों में रहने वाले लगभग तीन लाख लोगों की बिजली समस्या दूर होगी। इसके लिए कैंट में शहर का सबसे बड़ा उपकेंद्र बनाने की योजना तैयार की गई है। प्रस्तावित 220 केवी बिजली घर के लिए कैंटोमेंट क्षेत्र में जमीन की तलाश शुरू हो गई है। इसके लिए विद्युत पारेषण निगम की जिला प्रशासन से वार्ता भी हो चुकी है। वैसे क्षमता के मामले में प्रदेश का दूसरा व जिले का सबसे बड़ा उपकेंद्र डुबकिया में है।
मात्र 155 गुणे 155 वर्ग मीटर में बनेगा उपकेंद्र विद्युत प्रेषण मंडल के अधीक्षण अभियंता विनीत रस्तोगी के अनुसार शहर में एक और 220 केवी उपकेंद्र बनाने के लिए मात्र 155 गुणे 155 वर्ग मीटर ही जमीन की जरूरत है। इसके लिए छावनी क्षेत्र में जमीन देखी गई है। यहां पहले से भी 132 केवी का उपकेंद्र जिससे पूरे छावनी क्षेत्र, नदेसर, कैंट रेलवे स्टेशन, मिंट हाउस, चौकाघाट, जगतगंज, विद्यापीठ से सिगरा व बेनियाबाग क्षेत्र के उपकेंद्रों पर बिजली जाती है। इस उपकेंद्र में खराबी आने पर पूरे क्षेत्र की आपूर्ति ठप हो जाती है।
इसी समस्या को दूर करने के लिए नए उपकेंद्र के निर्माण की ओर कदम बढ़ाया गया है। 120 एमवीए की क्षमता कैंटोमेट क्षेत्र में बनने वाले 220 केवी उपकेंद्र की भी क्षमता 120 एमवीए होगी। इसके लिए यहां पर 60-60 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगेंगे। भेलूपुर उपकेंद्र की भी क्षमता 120 एमवीए ही है। शहर व आसपास के बड़े उपकेंद्र 400 : केवी उपकेंद्र डुबकिया 220 : केवी उपकेंद्र साहूपुरी व भेलूपुर 132 : केवी उपकेंद्र सारनाथ, डीएलडब्ल्यू, कैंटोमेट, भिखारीपुर, बीएचयू, मंडुआडीह