क्योटो व एम्स पर कांग्रेसजनों ने घेरा महापौर कार्यालय

वाराणसी : भले ही कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का रोड शो दो अगस्त को बनारस में आयोजित ह

By Edited By: Publish:Thu, 28 Jul 2016 02:02 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jul 2016 02:02 AM (IST)
क्योटो व एम्स पर कांग्रेसजनों ने घेरा महापौर कार्यालय

वाराणसी : भले ही कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का रोड शो दो अगस्त को बनारस में आयोजित हो रहा है, लेकिन स्थानीय कांग्रेसजनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ अभी से मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को जिला व महानगर के सदस्यों ने छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह की अगुवाई में नगर निगम पर जुटे और क्योटो की तर्ज पर काशी के विकास व एम्स की मांग को लेकर महापौर रामगोपाल मोहले के कार्यालय का घेराव किया।

इस दौरान कार्यालय में महापौर मौजूद नहीं थे। कांग्रेसजनों ने स्पष्ट किया कि शैलेंद्र सिंह ने मोबाइल फोन पर वार्ता की थी फिर भी वह नहीं पहुंच सके तो उनकी कुर्सी को पत्रक सौंप दिया गया। कांग्रेसजनों के घेराव के दौरान नगर निगम परिसर क्योटो और कहां गया एम्स जैसे नारों से गूंज उठा था। इस दौरान छावनी क्षेत्र से गुजरे करियप्पा मार्ग को खोलने का सवाल भी उठा। वक्ताओं ने कहा कि काशी को झूठे वादे, झूठे सपने परोस कर जनता को बरगलाने की कोशिश हुई है जिसका पोल अब खुलने लगा है।

वर्षो बाद एकजुट दिखी कांग्रेस

वर्षो बाद कांग्रेस में एकजुटता देखने को मिली। इसका श्रेय वरिष्ठ नेता शैलेंद्र सिंह को जाता है जिनके आह्वान पर प्रदेश उपाध्यक्ष डा. राजेश मिश्र, विधायक अजय राय, सतीश चौबे, अनिल श्रीवास्तव, प्रजानाथ शर्मा, सीताराम केसरी, बैजनाथ सिंह, शैलेंद्र सिंह, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, विजय शकर मेहता, वीरेंद्र कपूर, भगवान सिंह, रजनीकात तिवारी, मकसूद खान, किरण सिंह, वीणा पांडेय, नीलम नुसरत खान, हरीश मिश्रा, जितेंद्र सेठ, राघवेंद्र चौबे, रामकेश यादव, संजय सिंह डाक्टर, अनिसुर्रहमान, प्रमोद वर्मा आदि ने शिरकत की।

मुंगेरीलाल के सपने जैसा विकास

महापौर की कुर्सी को पत्रक सौंपते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष डा. राजेश मिश्र ने कहा कि काशी को सासद नहीं पीएम चुनने का नारा दिया था, काशी को वैसा कुछ हासिल नहीं हुआ। यहा तक कि काशी में एम्स की पुरानी माग भी अनदेखी हुई। विधायक अजय राय ने कहा कि संप्रग ने आइआइटी और ट्रामा सेंटर की मांग पूरी की, लेकिन सासद के पीएम रहते भी एम्स की मांग पूरी नहीं हुई। क्योटो की तर्ज पर काशी के विकास भी मुंगेरीलाल का हसीन सपना साबित हो रहा है। झूठे सपनों के अलावा काशी को कुछ नहीं मिला।

chat bot
आपका साथी