विज्ञान एवं तकनीकी के संतुलित उपयोग पर जोर

By Edited By: Publish:Mon, 14 Apr 2014 01:00 AM (IST) Updated:Mon, 14 Apr 2014 01:00 AM (IST)
विज्ञान एवं तकनीकी के संतुलित उपयोग पर जोर

वाराणसी : अंतर्विषयक गणितीय विज्ञान केंद्र (बीएचयू) में रविवार को शैक्षिक संस्था अकादमिक की ओर से 'युवा कांग्रेस' का आयोजन किया गया। इस दौरान 'विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं मानव समाज' पर व्याख्यान भी हुआ। प्रो. सुभाष चंद्र लखोटिया ने विज्ञान एवं तकनीकी के संतुलित प्रयोग पर जोर दिया।

निर्भरता घातक : प्रो. लखोटिया ने कहा कि मानव समाज दिन प्रतिदिन विज्ञान एवं तकनीकी पर निर्भर होता जा रहा है। यह निर्भरता घातक है। प्रकृति संग संतुलन बनाते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी सभ्यता के विकास में सहायक हो सकती है पर इनका प्रयोग किस प्रकार किया जा सकता है यह हमारे विवेक पर निर्भर करता है।

तकनीकी सत्र : इसके पश्चात चले तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किए। 'सदन की राय में सिविल सोसाइटी प्रतिनिधिक लोकतंत्र का विकल्प नहीं' विषयक प्रतियोगिता के तीन श्रेष्ठ वक्ताओं को पुरस्कृत भी किया गया। प्रो. देवेंद्र मोहन व प्रो. जेके रॉय आदि ने विचार व्यक्त किए। पार्थसारथी, पंकज शर्मा, प्रांशु आदित्य, महेश्वर नाग, राहुल कुमार आदि ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। स्वागत अखिलेश कुमार पांडेय, संचालन वरूण मिश्र व धन्यवाद ज्ञापन आलोक चौधरी ने किया। प्रो. डीपी वर्मा, प्रो. शुक्ला प्रसाद, प्रो. शिवराम त्रिपाठी, डा. शैलेंद्र गुप्ता, डा. राजू मांझी, डा. विजय कुमार सरोज आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी