Varanasi Shivpur CHC : चंद कदम शव लाने और ले जाने के नाम पर लिए जा रहे 1000 रुपये
Varanasi Shivpur CHC चिकित्सीय व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के दावे तो तमाम होते रहते हैं। समय-समय पर इन दावों की हकीकत भी जनता के सामने आती ही रहती है। कुछ ऐसा ही दृश्य सोमवार को अर्बन सीएचसी शिवपुर में देखने को मिला।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। जनपद की चिकित्सीय व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के दावे तो तमाम होते रहते हैं। समय-समय पर इन दावों की हकीकत भी जनता के सामने आती ही रहती है। कुछ ऐसा ही दृश्य सोमवार को अर्बन सीएचसी शिवपुर में देखने को मिला। यहां बने पोस्टमार्टम हाउस की दूरी गेट से चंद कदम की है, लेकिन घुटने भर से अधिक कीचड़युक्त पानी से स्ट्रेचर पर शव रखकर गुजरने की हिम्मत कम ही दिखा पा रहे। इसका फायदा उठाते हुए बाहरी 1000-1200 स्वजनों से ऐंठ ले रहे हैं।
शिवपुर में वैसे तो पोस्टमार्टम हाउस वर्षों से बनकर तैयार था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के चलते इसे शुरू नहीं किया जा सका था। बीएचयू में कुछ दिक्कतों के चलते पोस्टमार्टम हाउस को अस्थाई तौर पर कुछ माह के लिए शिवपुर में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। फरमान तो जारी कर दिया गया, लेकिन मौके पर सुविधाओं को लेकर न तो अधिकारियों ने परवाह की और न ही संबंधित स्वास्थ्य केंद्र की ओर से पहल हुई। परिणामस्वरूप शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बने पोस्टमार्टम हाउस को बिना रास्ते की बाधा दूर किए शुरू कर दिया गया है। इसकी वजह से आने जाने वाले लोगों के सामने तमाम दुश्वारियां आ गई हैं।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर घुटने तक भरा पानी और कीचड़ जहां संक्रामक बीमारियों को दावत दे रहा है, वहीं यहां पहुंचने वालों के लिए भी चुनौती बना हुआ है। लोग कीचड़ भरे रास्तों से होकर स्ट्रेचर पर शव रखकर लाने व ले जाने को मजबूर हैं। बातचीत के दौरान एक व्यक्ति ने बताया कि यहां बाहरी व्यक्ति शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने का और वापस लाने का 1000 रुपया मांग रहे हैं। मजबूरीवश लोग इन्हें पैसे दे भी रहे हैं। वहीं पावर बैकअप व्यवस्था न होने से दोपहर में बिजली गुल होने पर करीब एक घंटा पोस्टमार्टम का कार्य भी बाधित रहा।