वरुण गांधी ने कहा, मैं रहूं या न रहूं सुल्‍तानपुर की मर्यादा में कमी नहीं आएगी

चार्टर्ड प्‍लेन से सुल्‍तानपुर पहुंचे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने जनसभा को किया संबाेधित। पिता संजय गांधी को भी किया याद। शहीद की पत्‍नी से की मुलाकात।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 01:53 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 01:53 PM (IST)
वरुण गांधी ने कहा,  मैं रहूं या न रहूं सुल्‍तानपुर की मर्यादा में कमी नहीं आएगी
वरुण गांधी ने कहा, मैं रहूं या न रहूं सुल्‍तानपुर की मर्यादा में कमी नहीं आएगी

सुल्‍तानपुर, (जेएनएन)। मुझे अगले चुनाव की चिंता नहीं, अगली पीढ़ी की चिंता है। सभी को समान अवसर मिले इसकी चिंता है। वरुण गांधी रहे या न रहें, सुल्‍तानपुर की मर्यादा में कमी नहीं आएगी। मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र सुल्‍तानपुर पहुंचे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कुछ इस तरह से अपनी बात रखकर सभा को संबांधित क‍िया। 

चार्टड प्‍लेन से यहां पहुंचे वरुण गांधी ने खुर्शीद क्लब में सबसे पहले सरदार पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। वरुण ने कहा,पिछली बार एक ग़रीब माता का घर बनवाया, वह कहने लगी कि तुम्हारे पिता जिंदा हैं। जब तक आप ऐसे काम करते रहेंगे तब तक जिंदा रहेंगे। इस तरह से शहीद नीलेश भी जिंदा रहेंगे। सारे शहीद जिंदा हैं। हमारे बीच सुभाष और चंद्रशेखर भी जिंदा हैं । इससे पहले उन्‍होंने शहीद नीलेश की पत्‍नी से भी मुलाकात की। इस दौरान शहीद नीलेश सिंह की पत्नी ने वरुण गांधी से सरकार पर  शहादत भुलाने का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि एलान के बाद भी सरकार ने उनके परिवार को कोई सहायता नहीं दी। वरुण ने कहा कि हमारे प्रतिनिधि पूरी तरह ईमानदार हैं। वरुण ने कहा कि मैंने शहर में सड़कों का जाल बिछाया, कई बड़े काम किये, लेकिन उसकी चर्चा कोई नहीं करता।


शहीद नीलेश सिंह की पत्नी अर्चना से वार्ता करते वरुण गांधी।

पार्टी छोड़ो संजय गांधी के बेटवा को वोट दे दो
वरुण ने कहा कि कोई व्यक्ति अपने कार्य के बारे में बोले ये ठीक नहीं लगता, लेकिन कल एक कार्य से प्रसन्न हुआ। पूर्व कांग्रेस नेता व विधायक पंडित शिव नारायण मिश्र ने एक पोस्ट डाला उन्‍होंने मेरे लिए जो शब्द लिखा वह मेरे लिए आशीर्वाद की तरह है। पूर्व विधायक ने पोस्‍ट में लिखकर पूछा कि इस बार आप वोट किसको वोट देंगे। लोगों ने जवाब दिया कि इस बार पार्टी छोड़ो संजय गांधी के बेटवा को वोट दे दो। आप सभी का यह प्यार मेरे लिए बहुत कीमती है। वरुण ने कहा मैं जो भी बोलता हूं, चुनाव को लेकर नहीं बोलता। मैं गैर राजनीतिक राजनीति में भरोसा करता हूँ, जिसमें बहुतों का भला हो। जिसमें ईर्ष्या, दोष हो उसमे भरोसा नहीं करता।

किसी गांव में मनाऊंगा दीपावली

भाजपा सांसद ने दीवाली पर सभी से अपील की कि आप जो पैसा पटाखे और फुलझड़ियों में उड़ाते हैं, उससे गरीबों को गर्म कपड़े और  दवाइयां दें। इससे उनका भला और आपको दुआएं मिलेंगी। कहा, मैं 5-6 नवंबर को आ रहा हूँ। इस बार एक गांव चुनकर उनके साथ दीपावली मनाऊंगा। वरुण ने कहा कि हर कठोर निर्णय के पीछे सोच स्वस्थ होना चाहिए। एक नेता का काम चुनाव जीतना नहीं, देश बनाना होना चाहिए। जो जीत मेरे सुल्‍तानपुर वासियों ने दी वह मेरे पिता जी के लिए श्रद्धांजलि थी। मैं देश के लिए कुछ करना चाहता हूं। मेरे पिता संजय गांधी सिर्फ एक बार सांसद रहे, वह भी सिर्फ कुछ महीने, लेकिन उन्होंने जो कुछ किया देश के लिए किया।

भाजपा सांसद ने कहा कि जब तक मैं दूसरे धर्म का सम्मान न करूं, जब तक भगवान राम का सम्मान न करूं तो दोबारा अपने बारे में सोचना होगा कि क्या वाकई में मैं हिन्दू हूं। ये महापुरुषों के तप की स्थली है, हमें उसे खराब नहीं होने देना है। अगर कभी मैंने पाया कि कोई अधिकारी, नेता और बड़े से बड़े जुर्म करने वाले लोगों को पाया तो चुप रहने वाला नहीं हूं। ताकत का रास्ता चीखना चिल्लाना नहीं है, ताकत का रास्ता किसी को अपनाना, किसी के सामने कभी कभी झुक जाना यही मेरा रास्ता है। मेरे बारे में पहले अफवाह फैली कि मैं सुल्‍तानपुर में अराजकता फैलाऊंगा क्या मैंने कभी ये किया?

बहुत लोगों का कहना है कि वरुण पूरे देश में जाते हैं, सुल्‍तानपुर कम आते हैं। यह बात सच है। अगर मैं यहां इसलिए कम आता हूँ कि मुझे लोगों का भला करना, अगर मैं जिले की राजनीति में फंस गया और चाटुकारों से घिर गया तो  आम लोगों का भला नहीं कर पाउँगा। अपनी तनख्वाह से 4-5गुना ज्यादा काम करता हूं। मैंने पिछली बार ही कहा था कि मैं सिर्फ़ एक बार वोट मांग रहा हूँ, अगली बार मेरा व्यक्तित्व, मेरा काम वोट मांगेगा। यहां लोग बड़े होर्डिंग लगाते हैं। मैं ये नहीं करता। मैंने हर किसी को गले लगाया। सुल्‍तानपुर के लोगों ने मुझे जो सम्मान दिया जो साथ दिया, उसका कायल हूं। मैं आपके लिए खड़ा हुं। मुझे उन लोगों ने जिताया जिनके सपने अधूरे हैं।

chat bot
आपका साथी