बिना इंजन के पखरौली स्टेशन पर महीने भर से खड़ी दो मालगाड़ी

30 सितंबर को मुगलसराय से कानपुर को जा रही कोयला लदी एक मालगाड़ी पखरौली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर रोकी गई 23 तारीख की भोर में दूसरा इंजन लगाकर मालगाड़ी को सुलतानपुर को रवाना किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 11:12 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 11:12 PM (IST)
बिना इंजन के पखरौली स्टेशन पर महीने भर से खड़ी दो मालगाड़ी
बिना इंजन के पखरौली स्टेशन पर महीने भर से खड़ी दो मालगाड़ी

सुलतानपुर : लखनऊ-वाराणसी रेल खंड के पखरौली रेलवे स्टेशन पर महीने भर से कोयला लादकर दो मालगाड़ियां बिना इंजन व गार्ड के प्लेटफार्म नंबर तीन पर खड़ी है। इससे ट्रेनों के रुकने व आवागमन को प्लेटफार्म नंबर तीन तथा लूप लाइन का उपयोग नहीं हो पा रहा है।

30 सितंबर को मुगलसराय से कानपुर को जा रही कोयला लदी एक मालगाड़ी पखरौली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर रोकी गई 23 तारीख की भोर में दूसरा इंजन लगाकर मालगाड़ी को सुलतानपुर को रवाना किया गया। इसी दिन बनारस से झांसी जा रही दूसरी कोयला लदी मालगाड़ी रात में फिर पखरौली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर आकर रुकी। रात में ही कोयला लदी मालगाड़ी का इंजन काटकर फिर यह मालगाड़ी सात दिनों से खड़ी है। एक महीने से रेलवे स्टेशन की लूपलाइन के प्लेटफार्म पर कोयला लदी दो मालगाड़ियां खड़ी होने से इस लूप लाइन व प्लेटफार्म पर ट्रेनों का आवागमन बाधित है।

उच्चाधिकारियों व कंट्रोलरूम को दी गई है जानकारी : स्टेशन अधीक्षक आरएस भारती ने बताया कि एक महीने से दो कोयला लदी मालगाड़ियां प्लेटफार्म तीन की लूप लाइन पर खड़ी है। तब से इस लाइन का उपयोग ट्रेन आवागमन के लिए नहीं हो रहा है। इसकी जानकारी कंट्रोल रूम व उच्चाधिकारियों को दी गई है।

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