पौधारोपण कर मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

जमीन जंगल और जल के बिना प्रकृति अधूरी है। यह तभी संभव है जब हम प्रकृति के संरक्षण के लिए सक्रिय योगदान कर सकें।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jul 2020 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jul 2020 06:08 AM (IST)
पौधारोपण कर मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
पौधारोपण कर मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

सुलतानपुर : वृक्षों की कमी की वजह से पर्यावरण का संतुलन दिन-प्रतिदिन बिगड़ रहा है और मौसम में बदलाव की स्थिति पैदा हो रही है। जमीन, जंगल और जल के बिना प्रकृति अधूरी है। यह तभी संभव है जब हम प्रकृति के संरक्षण के लिए सक्रिय योगदान कर सकें। इसलिए विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस पर रोपे गए पौधे, प्राकृतिक संपदाओं के उचित प्रयोग, विलुप्त होते जीव-जंतु व वनस्पति की रक्षा का संकल्प लें। यह बातें धम्मौर मंडल के पिकौरा गांव स्थित महामाई धाम पर पौधारोपण करते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह त्रिलोकचंदी ने कही।

मंडल अध्यक्ष नंदलाल पाल के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में धाम परिसर में शमी, नीम, बेल, पीपल, पाकड़ व बरगद के 21 पौधे रोपे गए। जिपं सदस्य सुनील वर्मा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को यह समझना होगा कि पर्यावरण के स्वच्छ रहने पर ही धरती पर जीवन संभव है। बरगद व पीपल के पेड़ जहां हमे पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन देते हैं वहीं बेल व शमी के पेड़ शुभ माना जाता है।कहा कि पेड़ लगाने के साथ-साथ हमें पेड़ बचाने की अधिक आवश्यकता है। इस मौके पर महेश सिंह, रामप्रकाश वर्मा, राजेश तिवारी, सुरजीत वर्मा,आदि मौजूद रहे।

किसानों को वितरित किए गए पौधे : अखंडनगर ब्लॉक के उनुरखा गांव में कृषि सामग्री विक्रय की एक संस्था द्वारा किसानों को फल व छायादार पौधों का वितरण किया गया। इस मौके पर कृषि विशेषज्ञ ज्ञानचंद्र तिवारी ने कहा कि पेड़ पौधों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। इस मौके पर प्रेमचंद तिवारी, संतोष तिवारी, शेषनारायण तिवारी, शिखर, प्रखर, सतीश यादव, रामउजागिर राजभर समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

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