स्वाइन फ्लू को लेकर हाई अलर्ट बेअसर

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By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Feb 2019 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 12 Feb 2019 10:28 PM (IST)
स्वाइन फ्लू को लेकर हाई अलर्ट बेअसर
स्वाइन फ्लू को लेकर हाई अलर्ट बेअसर

सुलतानपुर : स्वाइन फ्लू को लेकर जारी हाई अलर्ट जिले में बेअसर नजर आ रहा है। इसके रोकथाम, बचाव व उपचार के लिए जरूरी इंतजाम अभी तक मुकम्मल नहीं हो सके हैं। जिला अस्पताल में न तो आइसोलेशन वार्ड बना न ही कंट्रोल रूम की स्थापना हुई। रैपिड रिस्पांस टीम भी निष्क्रिय है।

मुख्य सचिव डॉ. अनूप चंद्र ने वायरस जनित बीमारी स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के लिए बनाई गई कार्ययोजना को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया है। इस अलर्ट के बावजूद स्वास्थ्य विभाग बेहद सुस्त है। जिला अस्पताल प्रशासन अभी तक यह नहीं तय कर सका है कि किस वार्ड को स्वाइन फ्लू के संभावित मरीजों के लिए आरक्षित किया जाय। शासन का साफ निर्देश है कि स्वाइनफ्लू मरीजों के लिए जिला अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया जाए। इमरजेंसी स्टाफ का नहीं हुआ टीकाकरण :

जिला अस्पताल की इमरजेंसी ¨वग के चिकित्सा व पैरामेडिकल स्टाफ का टीकाकरण भी नहीं किया गया है। जबकि संदिग्ध मरीजों की देखभाल व उपचार के दौरान चिकित्साकर्मी वायरस की चपेट में न आएं इसके लिए उन्हें इन्फ्लुएंजा वैक्सीन लगाने के निर्देश हैं।

वर्जन : नहीं आया कोई मरीज :

स्वाइन फ्लू के लक्षणों वाला एक भी मरीज अभी तक जिला अस्पताल में नहीं आया है। गत वर्ष जिस वार्ड को इसके लिए आरक्षित किया गया था, इस बार भी उसमें ही उपचार की व्यवस्था की जाएगी। दो डॉक्टर, दो लैब टेक्नीशियन व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ को उपचार-जांच के लिए नामित किया गया है। स्टाफ नर्स सूरसती को वार्ड का इंचार्ज बनाया गया है। इन्फ्लुएंजा वैक्सीन, मास्क व ग्लब्स की मांग स्वास्थ्य निदेशालय से की गई है।

-डॉ. वीबी ¨सह, सीएमएस।

स्वाइन फ्लू के लक्षण व इलाज :

यह संक्रामक रोग है। सामान्य जुकाम की तरह इसमें भी बार-बार छींक आती है। बुखार, खांसी, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में खरास व कमजोरी एच-1 एन-1 वायरस के लक्षण हैं। संदिग्ध मरीजों के खून का सैंपल संकलित कर जांच के लिए एसजीपीजीआइ व केजीएमयू लखनऊ भेजा जाता है। बीमारी की पुष्टि होने पर टैमी फ्लू नामक दवा मरीज को जाती है।

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