बरसा पानी, छाये बादल व लौट आई सर्दी

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By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 11:12 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 11:12 PM (IST)
बरसा पानी, छाये बादल व लौट आई सर्दी
बरसा पानी, छाये बादल व लौट आई सर्दी

सुलतानपुर: अचानक हुए मौसम के मिजाज में बदलाव से छिटपुट बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। दिन भर बदली छाई रही और करीब तीन बजे एक बार कुछ मिनट के लिए सूरज के दर्शन हुए। थोड़ी ही देर में फिर बादलों ने सूरज को अपने आगोश में ले लिया। सर्दी में इजाफा होने से गलन बढ़ गई। कई क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। गुरुवार सुबह शुरुआत बदली और धुंध से हुई। बारिश से गेंहू के किसानों को राहत मिली है वहीं सरसों, मटर और आलू को यह नुकसान पहुंचा रही है। इससे किसान ¨चतित भी हैं।

सुबह भदैंया विकास खंड व शहर के आसपास इलाकों में तेज बारिश हुई। शहर में भी बूंदाबांदी होकर बंद हो गई। ठंडी हवाएं पूरे दिन चलती रहीं। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार गुरुवार को अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 1.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवा चली। आगामी तीन दिनों तक बदली और वर्षा का पूर्वानुमान विभाग ने जताया है। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम की इस तब्दीली और शीतकालीन बारिश का फसलों पर मिलाजुला असर है। गेंहू के लिए बेहद अनुकूल वातावरण है। वहीं दलहनी और तिलहनी फसलों के लिए लगातार बदली और बारिश घातक साबित हो सकती है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ. आरपी मौर्य ने कहा कि मटर, चना, अरहर आदि दलहनी फसलों में रोग लगने की संभावना है। धूप नही निकली तो इन फसलों को भी नुकसान होगा। आलू के लिए मौसम संकट कालीन साबित हो सकता है। आलू उत्पादक फसल पर राख का छिड़काव कर इसे पाले से बचाएं।

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