जंगली जानवर ने किया ग्रामीणों पर हमला, दो जख्मी

सुल्तानपुर : गोमती नदी के किनारे बसे उत्तरी गांव में शुक्रवार की सुबह एक जंगली जानवर ने ग्रामीणों पर

By Edited By: Publish:Fri, 27 Mar 2015 09:23 PM (IST) Updated:Fri, 27 Mar 2015 09:23 PM (IST)
जंगली जानवर ने किया ग्रामीणों पर हमला, दो जख्मी

सुल्तानपुर : गोमती नदी के किनारे बसे उत्तरी गांव में शुक्रवार की सुबह एक जंगली जानवर ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। हमले में दो ग्रामीण जख्मी हुए हैं। घटना के वक्त ग्रामीण शौच के लिए जा रहे थे। खबर सुनकर आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। गांव में दहशत है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस व वनविभाग की टीम ने खेतों व बडे़ नालों में जानवर की तलाश में कांबिंग शुरू कर दी है।

वारदात शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे की है। चांदा थानांर्गत बरुआ उत्तरी गांव के कुछ ग्रामीण नित्य क्रिया के लिए खेतों की ओर जा रहे थे। गांव की पक्की सड़क के मोड़ पर ग्रामीण जैसे ही पहुंचे, सड़क से करीब आठ फिट की गहराई पर मौजूद अरहर के खेत में छिपे जंगली जानवर ने ग्रामीणों पर छलांग लगा दी। मुरारचक निवासी राजपति उर्फ मिट्ठू के बेटे पृथ्वीपाल (30) को दबोच लिया। साहस दिखाते हुए जमीन पर गिरे पृथ्वीपाल ने जानवर के सीने और पेट पर पैर से धक्का मारा। इस दौरान ग्रामीणों ने शोर मचाया। तब तक जानवर ने पृथ्वीपाल के गले व बांये हाथ पर काट लिया। पीठ पर पंजे से मारा। भागते वक्त जानवर ने बरुआ उत्तरी निवासी रामरतन के बेटे रविशंकर (20) के भी बायें हाथ में काट लिया व पंजा मारा। मौके पर मौजूद कई ग्रामीण डर की वजह से पीछे हट गए। हल्ला-गुहार सुनकर ग्रामीण लाठी-डंडा, कुल्हाड़ी लेकर पहुंचे। पर, तब तक जानवर भाग निकला। ग्रामीणों ने वारदात की सूचना फोन से जिला पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पर वनरक्षक व चांदा थाने की पुलिस गांव पहुंच गई। ग्रामीणों के साथ वन व पुलिस कर्मियों ने खेतों, निर्जन, ऊबड़-खाबड़ स्थानों पर नालों में कांबिंग की। पर, उसका पता नहीं चला। जानवर के हमले की वारदात से आसपास के कई गांवों में दहशत है।

चीते की शक्ल जैसा है जानवर

प्रत्यक्षदर्शियों की बात पर यकीन करें तो जानवर की शक्ल चीते जैसी थी। घायल रविशंकर ने बताया कि करीब सवा मीटर ऊंचा व डेढ़ मीटर लंबाई थी इस जानवर की। गांव के राजपति, राजाराम, लफोदी, संतोष बताते हैं कि जानवर की पीठ पर बिल्ली सरीखी धारियां थीं। चीते सरीखा यह जानवर ग्रामीणों ने पहली बार देखा था।

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