जहरीली शराब से छह लोगों की ही मौत मान रही पुलिस

By Edited By: Publish:Fri, 10 May 2013 01:04 AM (IST) Updated:Fri, 10 May 2013 01:06 AM (IST)
जहरीली शराब से छह लोगों की ही मौत मान रही पुलिस

अमेठी : जहरीली शराब से भले ही ग्यारह लोगों की मौत की बात कही जा रही हो, मगर पुलिस प्रशासन ने इस घटना में सिर्फ छह लोगों के मरने की पुष्टि की है। तीन लोगों का पोस्टमार्टम न होने व दो के बीमारी से मौत की बात सामने आ रही है। कुल मिलाकर 72 घंटे में आस-पड़ोस के 11 लोगों की जान जा चुकी हैं। जिसमें से अधिकांश जहरीली शराब के शिकार बताए जाते हैं।

बाजारशुकुल व अमेठी थानाक्षेत्र में शराब पीने से हुई ग्यारह लोगों की मौत मामले में डीएम जगतराज त्रिपाठी के निर्देश पर समाज कल्याण अधिकारी प्रभावित गांवों में पहुंचकर कालकवलित हुए छह लोगों के परिवारीजनों को 20-20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने यह भी कहाकि जिनके शवों का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, उनके परिवारीजनों को सरकरी सहायता राशि देने में बाधा आएगी।

इनसेट.. कहां गया ठेके का डेढ़ लाख रुपया?

गौरीगंज : मौके का फायदा उठाना कोई पुलिस से सीखें। जहरीली शराब से कई लोगों के मौत की सूचना जब आला-अफसरों तक पहुंची तो वे मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। इसी बीच अमेठी के भरेथा ठेके पर पुलिस और प्रशासन की टीम भी जा धमकी। सेल्समैन जितेंद्र कुमार व लाइसेंसी कामता प्रसाद के दुकान की तलाशी ली गई। इस टीम में अमेठी थानाध्यक्ष हामिद अंसारी व सीओ अमेठी भी शामिल थे। बताया जाता है कि वहां से अधिकारियों ने सेल्समैन को पकड़ लिया और दुकान बंद कराकर चाबी ले ली। पुलिस सेल्समैन को लेकर थाने चली गई। बुधवार की सुबह अमेठी सीओ रवि कुमार चतुर्वेदी व एसओ हामिद अंसारी, आबकारी निरीक्षक रवींद्र प्रसाद के साथ एसडीएम अमेठी अजय श्रीवास्तव भी भरेथा ठेके पर पहुंचे। जहां दुकान की चाबी पहले से ही पुलिस के पास होने के कारण पुलिस ने ही दुकान खोली और जांच की। तब अवैध शराब व होम्योपैथिक दवाएं भी बरामद हुई। सूत्रों की मानें तो इस दौरान सीओ ने दुकान में रखे डेढ़ लाख रुपये एसओ को कब्जे में लेने को कहा। बाकी अधिकारी जांच व नमूना लेने में जुट गए। दुकान सीज करने के बाद सीओ चतुर्वेदी ने आबकारी निरीक्षक से पूछा कि आपने रुपये जब्त किए कि नहीं, तब आबकारी निरीक्षक नहीं लेने की बात कही। अब डेढ़ लाख रुपये नहीं मिल रहे तो थानाध्यक्ष हामिद अंसारी का कहना है कि पैसा सेल्समैन का भाई ले गया। सीओ चतुर्वेदी का कहना है कि आबकारी निरीक्षक ने लिया है। आबकारी निरीक्षक रवींद्र प्रसाद का कहना है कि उन्हें पैसे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दुकान की चाबी पुलिस के पास थी, इस नाते पैसा वहीं जाने। इस प्रकरण पे अमेठी एसडीएम से जब पूछा गया कि डेढ़ लाख रुपया का मामला क्या है? तो उनका कहना था कि मैं सिर्फ जांच करने गया था, पैसे के बारे में उन्हें कोई जानकारी है। प्रकरण पर एएसपी मुन्नालाल से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि उन्हें जानकारी नहीं है। यदि मामला सामने आएगा तो जांच होगी।

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