स्कूल कक्ष बना लकड़ी व धान गोदाम

जागरण संवाददाता सांगोबांध (सोनभद्र) सोन कायाकल्प के तहत जिला प्रशासन स्कूलों की दशा सुधारने के साथ ही उसके सुंदरीकरण की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन जनपद में अभी भी ऐसे तमाम विद्यालय है जहां सुधार नहीं हो रहा है। म्योरपुर शिक्षा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पश्चिमी देवहार के प्राथमिक विद्यालय को ही लीजिए। जिस कक्ष में बच्चों को बैठाकर शिक्षा देना चाहिए उसमें जलावनी लकड़ी व धान को गोदाम बना दिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद कक्ष को खाली नहीं किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 06:55 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 06:55 PM (IST)
स्कूल कक्ष बना लकड़ी व धान गोदाम
स्कूल कक्ष बना लकड़ी व धान गोदाम

जागरण संवाददाता, सांगोबांध (सोनभद्र) : सोन कायाकल्प के तहत जिला प्रशासन स्कूलों की दशा सुधारने के साथ ही उसके सुंदरीकरण की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन जनपद में अभी भी ऐसे तमाम विद्यालय है जहां सुधार नहीं हो रहा है। म्योरपुर शिक्षा क्षेत्र के ग्राम पंचायत पश्चिमी देवहार के प्राथमिक विद्यालय को ही लीजिए। जिस कक्ष में बच्चों को बैठाकर शिक्षा देना चाहिए, उसमें जलावनी लकड़ी व धान को गोदाम बना दिया गया है। ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद कक्ष को खाली नहीं किया गया है।

प्राथमिक विद्यालय पश्चिमी देवहार में तीन कक्ष है। एक छोटा तो दो बड़े हैं। छोटा कक्ष प्रधानाध्यापक का कार्यालय है। एक कक्ष में धान का बोरा भरा हुआ है। जिसकी वजह से बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल में तैनात एक शिक्षक विद्यालय परिसर के समीप रहने वाले एक व्यक्ति के मकान में किराये पर रहते हैं। उन्हीं के मकान मालिक ने एक कक्ष को धान को गोदाम बना दिया है। वहीं शौचालय के पास लकड़ी भरा होने के कारण गंदगी का अंबार है। जिसकी वजह से छात्र व छात्राएं शौचालय का प्रयोग नहीं कर पाते। शिक्षकों के मना करने के बावजूद कक्ष खाली नहीं हो सका है। शिक्षक अर्पित कुमार ने बताया कि गांव के ही द्वारिका नामक व्यक्ति द्वारा धान रखा गया है। खंड शिक्षा अधिकारी एसपी सहाय ने कहा कि इसकी शिकायत ग्रामीणों ने की है। शिक्षक को कक्ष को खाली करने का निर्देश दिया गया है। इसकी जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की है।

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