पत्थरबाजी करने वाले सात लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रेणुसागर पावर डिवीजन में बल पूर्वक धरना प्रदर्शन समाप्त कराए जाने के बाद पथराव व आगजनी से निपटने में जिला प्रशासन को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ा। रेणुसागर परिक्षेत्र देर रात तक अराजकता का शिकार बना रहा। उपद्रवी तत्वों ने जमकर पथराव किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 09:35 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 09:35 PM (IST)
पत्थरबाजी करने वाले सात लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पत्थरबाजी करने वाले सात लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : रेणुसागर पावर डिवीजन में बलपूर्वक धरना-प्रदर्शन समाप्त कराए जाने के बाद पथराव व आगजनी से निपटने में जिला प्रशासन को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ा। रेणुसागर परिक्षेत्र में देररात तक अराजकता का माहौल बना रहा। उपद्रवी तत्वों ने जमकर पथराव किया। तीन बाइकों को फूंका और इंजीनियर्स हास्टल परिसर में भी आग लगा दिया। फोर्स कम होने के कारण प्रशासन असहाय नजर आया। विरोध कर रहे लोग देररात तक कई मोर्चे पर डटे रहे। हालांकि उसके बाद पहुंची भारी संख्या में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया। पूरा परिसर रातभर छावनी में तब्दील रहा।

इंजीनियर्स हास्टल में की गई आगजनी के बाद जिलाधिकारी अमित कुमार ¨सह ने अपने नेतृत्व में फोर्स की मदद से उपद्रवियों को वहां से हटाया। फोर्स ने इंजीनियर्स हास्टल से एक महिला इंजीनियर सहित आधा दर्जन ट्रेनी इंजीनियरों को सुरक्षित बाहर निकाला। फोर्स द्वारा आगजनी व उपद्रव कर रहे लोगों को खदेड़े जाने के बाद फायर ब्रिगेड द्वारा आग पर काबू पाया गया। अराजक तत्वों को कालोनी परिसर से खदेड़ने में जिला प्रशासन को देररात तक कवायद करनी पड़ी। स्थानीय लोगों का कहना है कि धरना-प्रदर्शन के मामले में जिला प्रशासन व प्रबंधन द्वारा चूक अवश्य हुई है। नौ दिन से धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांगों पर गंभीरता से विचार-विमर्श कर समय रहते निर्णय ले लिया गया होता तो हालात बेकाबू नहीं होते। डीएम, एसपी के साथ जवानों ने किया मार्च

शनिवार की सुबह जिलाधिकारी अमित कुमार ¨सह व पुलिस अधीक्षक किरीट राठोड के नेतृत्व में फोर्स स्थिति को सामान्य करने में जुटी रही। अधिकारियों ने जवानों के साथ कालोनी परिसर से कोलगेट तक पैदल मार्च किया। सुरक्षा के मद्देनजर कालोनी से गरबंधा बस्ती की तरफ जाने वाले तीन मार्गों को स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। बाउंड्रीवाल पर कंटीले तारों को लगाया जा रहा है। डीएम ने बताया कि पथराव, आगजनी, लूटपाट करने वाले अराजक तत्वों को सीसीटीवी कैमरे की फूटेज व वीडियोग्राफी के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी किंतु अफवाहों पर लगाम लगाते हुए उन्होंने बताया कि आंदोलन करने वाले निर्दोष लोगों पर किसी प्रकार की उत्पीड़नात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। धरनास्थल से लोगों को सुरक्षात्मक कारण से हिरासत में लिया गया था। उनसे बांड भरवाकर छोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। अराजकता को बढ़ाने में कर्मी कम उपद्रवी ज्यादा

शुक्रवार की रात में 400 से 500 लोगों की भीड़ ने आगजनी व तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया है। उनमें कर्मी कम अराजक तत्व ज्यादा थे। परियोजना के आसपास क्षेत्रों में ऐसे तत्वों को चिन्हित करने के लिए पुलिस सत्यापन की कार्रवाई की जाएगी। शराब की दुकान को भी स्थानांतरित कराया जाएगा। कर्मियों की मांगों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि उन्हें स्थायी करना या स्थायी कर्मी के बराबर वेतनमान दिया जाना आदि पॉलिसी मैटर है। कैंटीन में खाने के रेट बढ़ाये जाने व चिकित्सा सुविधा आदि मांगों को श्रमिक संगठन व प्रबंधन के लोग वार्ता कर हल करेंगे। स्थिति संभालने के लिए बुलाई गई मीरजापुर से पुलिस

पुलिस अधीक्षक किरीट राठोड ने बताया कि 2014 के न्यायालय का आदेश है कि 100 मीटर की परिधि में धरना-प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। इस संबंध में भी सत्र न्यायालय द्वारा आदेश जारी किया गया उसी का अनुपालन कराया जा रहा था। पथराव की घटना में पिपरी सीओ राहुल मिश्रा सहित पांच पुलिस कर्मी व पीएसी के जवान घायल हुए हैं। पथराव व आगजनी के दौरान कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी भूमिका की छानबीन की जा रही है। इसी क्रम में धरनास्थल से कुल 27 लोगों को हिरासत में लिया गया था। शांति व्यवस्था के लिए पर्याप्त पुलिस तैनात कर दी गई है। मीरजापुर जनपद से भी एक सीओ, चार इंस्पेक्टर सहित पीएसी की एक कम्पनी यहां पहुंच चुकी है। पीएसी की एक कम्पनी और बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेशानुसार धरना प्रदर्शन हटाने की कार्रवाई की जा रही थी, जिस दौरान अराजक तत्वों ने पथराव, आगजनी व लूटपाट की है। अराजक तत्वों को चिन्हित करने में करें सहयोग

अनपरा (सोनभद्र): जिला प्रशासन द्वारा रेणुसागर अतिथि गृह में स्थानीय सम्भ्रांत नागरिकों व जन प्रतिनिधियों के साथ शनिवार को वार्ता की। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने अपील किया कि अराजक तत्वों को चिन्हित करने में मदद करें। रेणुपावर के इलेक्ट्रिक मेंटीनेंस आफिस एवं इंजीनियर हास्टल के कमरों से लूटी गई वस्तुओं की वापस कराने में सहयोग करें। समान वापस करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। वार्ता में उपस्थित पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय यादव, परासी के पूर्व प्रधान विश्राम बैसवार आदि ने कहा कि गेट स्थाई रूप से बंद किए जाने से बच्चों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों को दिक्कत होगी। भाजपा नेता केसी जैन ने जिला प्रशासन से कहा कि निर्दोष लोगों व आंदोलन कर रहे कर्मियों पर किसी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई न की जाय। गेट बंद किए जाने पर पुनर्विचार कर जनहित में निर्णय लिया जाए। इस पर डीएम ने स्थिति सामान्य होने पर समीक्षा करने के बाद गेट खोलने का आश्वासन दिया।

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