सफाई के बाद भी किसानों को नहीं मिल पा रहा नहरों में पानी

किसानों ने बताया कि डेढ़ माह बाद सिल्ट सफाई होने पर नहरों में बीते माह पानी छोड़ा गया था। यह पानी शुरू में तो कुछ तेज रहा उसके एक दो दिन के बाद से अभी तक नहरों की तलहटी में ही पानी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 11:13 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 11:13 PM (IST)
सफाई के बाद भी किसानों को नहीं मिल पा रहा नहरों में पानी
सफाई के बाद भी किसानों को नहीं मिल पा रहा नहरों में पानी

सीतापुर : विकास खंड सिधौली के अंतर्गत खीरी शाखा सहित रजबहों व माइनरों में सिल्ट सफाई के बाद भी पर्याप्त पानी नहीं उपलब्ध होने से किसानों की फसलें सूखकर बर्बाद हो रही हैं। जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।

किसानों ने बताया कि डेढ़ माह बाद सिल्ट सफाई होने पर नहरों में बीते माह पानी छोड़ा गया था। यह पानी शुरू में तो कुछ तेज रहा उसके एक दो दिन के बाद से अभी तक नहरों की तलहटी में ही पानी है। जिससे जलस्तर नीचे होने से खीरी शाखा व इससे निकलने वाली टिकोली, गाजीपुर, मुजफ्फरपुर, अटरिया, इटौंजा रजबहा, जयपालपुर, कोड़रिया, अमानीगंज सहित दर्जनों माइनरों में लगे पाइपों से नहीं निकल रहा है। कई माइनरों में तो एक से दो किलोमीटर के आगे पानी दिखाई नहीं देता है। किसानों का आरोप है कि सफाई पर लाखों खर्च होने के बाद भी किसान गेहूं सहित अन्य फसलों की सिचाई के लिए पानी को तरस रहे हैं। किसान रमेश ने बताया कि गेहूं की फसल डेढ़ माह से अधिक समय की हो चुकी है। अभी भी अधिकांश किसान नहर में पानी का स्तर बढ़ने की रास्ता देख रहे हैं।

किसान राम नरेश ने बताया कि काफी इंतजार के बाद जब जल स्तर नहीं बढ़ा तो किराए के पंपसेट नहर में लगाकर खेतों की सिचाई कर रहे हैं। कोई जिम्मेदार नहर में पानी कब तक अधिक होगा इसकी जानकारी किसानों को नहीं दे पा रहा है। समय पर फसलों की सिचाई नहीं होने से उत्पादन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।

वर्जन

खीरी नहर में पानी बढ़ाने के लिये उच्च अधिकारियों से निरंतर वार्ता की जा रही है। पता चला है कि बैराज में तकनीकी कारणों से पानी की अचानक कमी हो गई है। जल्द ही यह समस्या दूर हो जाने की संभावना है। इसके बाद सभी नहरों में पर्याप्त पानी छोड़ा जाएगा।

शिव शंकर यादव, एसडीओ

नहर विभाग सिधौली उपखंड

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