पटरी पर लौट रही बाढ़ पीड़ितों की जिदगी

बाढ़ प्रभावित गांवों से बाहर निकल गया नदियों का पानी। जिससे अब वह अपने घरों को लौटने लगे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Aug 2020 09:56 PM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2020 09:56 PM (IST)
पटरी पर लौट रही बाढ़ पीड़ितों की जिदगी
पटरी पर लौट रही बाढ़ पीड़ितों की जिदगी

सीतापुर : रेउसा, रामपुर मथुरा और बेहटा ब्लॉक इलाके के बाढ़ प्रभावितों की अस्त-व्यस्त जिदगी पटरी पर लौटने लगी है। घाघरा और शारदा नदियों का पानी कम होने से पीड़ितों को राहत मिली है। ऊंचे स्थानों पर पनाह लिए ग्रामीण, वापस गांवों में पहुंच रहे हैं। बाढ़ के पानी से अव्यवस्थित हुए घरों को संवारा जा रहा है। हालांकि अभी तटवर्ती खेतों में नदी का पानी भरा हुआ है, लेकिन गांवों को बाढ़ के पानी से निजात मिल गई है। रेउसा इलाके की ग्राम सभा गोलोक कोडर, म्योडी छोलहा के ग्रामीण अपने घरों को वापस आने लगे हैं।

पीड़ितों ने सौंपा एसडीएम को ज्ञापन

तंबौर : राहत सामग्री की मांग को लेकर लहरपुर तहसील के गांव बसंतापुर व रायमडोर के ग्रामीणों ने एसडीएम आरडी राम को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि, गांव के कई ग्रामीण कटान व बाढ़ से पीड़ित हैं। कई परिवार ऐसे हैं, जिनके पास राशन कार्ड भी नहीं है। बाढ़ में बसंतापुर व रायमडोर के बहुत से किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। ग्रामीण विनीत कुमार, विनोद पाल, मनोज कुमार, रामचंद्र मिश्रा, पैकराम आदि ने राशन सामग्री जल्द बंटवाए जाने की मांग की।

बाढ़ पीड़ितों को दी गई राहत सामग्री

रामपुर मथुरा : ब्लॉक क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव कनरखी के बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री दी गई। ब्लॉक कार्यालय परिसर में प्रशासन की ओर से 400 पीड़ितों को राशन किट वितरित की गई।

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