कोरोना को लेकर अस्पताल में सतर्कता नहीं

जब जिम्मेदार लापरवाह तो कैसे होगा बचाव रोग से बचाव में उपयोगी मास्क तक का अकाल

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 11:04 PM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 11:04 PM (IST)
कोरोना को लेकर अस्पताल में सतर्कता नहीं
कोरोना को लेकर अस्पताल में सतर्कता नहीं

सिद्धार्थनगर : संयुक्त जिला अस्पताल में कोरोना से बचाव का इंतजाम नाकाफी है। मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्सक तक सुरक्षित नहीं है। वह ओपीडी में बिना मास्क लगाए मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कुछ मरीज खुद की सुरक्षा को देख मास्क लगाकर इलाज कराने पहुंच रहे हैं। नेपाल से सटा होने के कारण शासन ने रोग से बचाव के लिए जरूरी उपाय करने का निर्देश दिया है। बावजूद अस्पताल की लापरवाही हैरान करने वाली है।

संयुक्त जिला अस्पताल में इस वक्त हर दिन एक हजार से अधिक मरीज इलाज कराने आ रहे हैं। कोरोना के डर से अधिकतर लोग सहमे हैं। इसके बावजूद अस्पताल के जिम्मेदार इसे हल्के में ले रहे हैं। शनिवार को दो संदिग्ध रोगियों के आने की सूचना में अस्पताल में मौजूद लोग सहम गए। कुछ ने तो पहले नाक पर रूमाल रखा। कुछ लोग स्टोर की ओर भागे। वहां पहुंचकर लोगों ने तत्काल राहत के लिए मास्क उपलब्ध कराने को कहा। पता चला कि मास्क ही नहीं है। शायद ही कोई वार्ड हो जहां मास्क मिल जाय। बांसी से इलाज कराने आए नंद कुमार ने कहा कि अस्पताल में रोगी के आने से डर लगा तो मास्क लेने स्टोर में गया। पता चला मास्क ही नहीं है।

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चिकित्सक बोले नहीं मिला मास्क नाक-कान गला विभाग के चिकित्सक डॉ एके झा ने बताया कि उन्हे अस्पताल से मास्क नहीं मिला है। इस कारण बिना मास्क लगाए मरीजों को देखने को मजबूर होना पड़ रहा है। उनका कहना था कि चिकित्सकों को कम से कम बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया कराया जाना चाहिए।

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बोलीं सीएमएस

सीएमएस डॉ रोचस्मति पांडेय ने कहा कि मास्क लेना है तो सीएमओ के पास जाएं। मरीजों को देने के लिए मास्क नहीं है। रोगियों के लिए बने वार्ड में इंतजाम है। किसी को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है।

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