दुग्ध व्यवसाय एक लाभकारी उद्यम, इससे जुड़े किसान

वैज्ञानिकों ने किसानों से वार्तालाप करते हुए बताया कि दूध उत्पादन व्यवसाय या डेयरी फार्मिंग छोटे व बड़े स्तर दोनों पर सबसे ज्यादा विस्तार में फैला हुआ व्यवसाय है। दूध उत्पादन व्यवसाय या छोटे स्तर पर दूध उत्पादन पर किसान लाभ कैसे उठाएं इसको विस्तार से बताया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 11:00 PM (IST)
दुग्ध व्यवसाय एक लाभकारी उद्यम, इससे जुड़े किसान
दुग्ध व्यवसाय एक लाभकारी उद्यम, इससे जुड़े किसान

सिद्धार्थनगर : दुग्ध व्यवसाय एक लाभकारी उद्यम विषय पर कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में कार्यक्रम आयोजित हुआ। जिसमें क्षेत्रीय किसानों से वर्चुअल संवाद स्थापित किया गया। दुग्ध व्यवसाय से कैसे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं, इसके तरीके भी बताए गए।

वैज्ञानिकों ने किसानों से वार्तालाप करते हुए बताया कि दूध उत्पादन व्यवसाय या डेयरी फार्मिंग छोटे व बड़े स्तर दोनों पर सबसे ज्यादा विस्तार में फैला हुआ व्यवसाय है। दूध उत्पादन व्यवसाय या छोटे स्तर पर दूध उत्पादन पर किसान लाभ कैसे उठाएं, इसको विस्तार से बताया गया। कृषि विज्ञान केंद्र अकबरपुर से डा. विद्या सागर वरिष्ठ वैज्ञानिक पशुपालन ने पशु का आहार और संरचना, प्रतिदिन दूध देने की क्षमता, भैंस का आनुवंशिक, दूध देने का चक्र पर चर्चा की। सोहना के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. डी पी सिंह ने कहा कि ज्यादातर किसान डेयरी व्यवसाय को शुरु करने के लिए भैंस को ही रखते है। अगर गाय-भैंस दोनों को रखें तो ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात डेयरी शुरु करने के लिए बड़े ग्राहकों को सीधे दूध बेचने के लिए अच्छा मार्केटिग योजना तैयार करें। इससे किसान को डेयरी शुरु करने के बाद दूध बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।

कृषि वैज्ञानिक प्रदीप कुमार ने बताया कि अगर आप भी अच्छा खासा पैसा कमाना चाहते हैं तो आप दूध डेयरी का व्यापार शुरू कर सकते हैं। कोरोना काल में भले ही तमाम काम ठप पड़ गए हों, लेकिन दूध और दूध से बने उत्पादों की मांग, कीमत और सप्लाई वगैरह में कहीं कोई कमी नहीं आई। सरकार ने भी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हुई हैं, इन योजनाओं का फायदा उठाकर डेयरी का काम शुरू किया जा सकता है। डा. एस एन सिंह ने डेयरी उद्योग के लिए सब्सिडी या बैंक लोन कैसे प्राप्त करें, इसके बारे में जानकारी दी।

वरिष्ठ वैज्ञानिक व केंद्र अध्यक्ष डा. एलसी वर्मा की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में ओम प्रकाश, वीर बहादुर यादव, सूरज सिंह, शिवपूजन वर्मा, जीवन सिंह राजपूत, अमरजीत पाठक, घनश्याम मौर्य, पंकज कुमार सहित 65 किसान सम्मिलित हुए।

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