मानकों की अनदेखी, तीन वर्ष बाद ही टूटने लगी सड़क

ब्लाक के तीन प्रमुख मार्गों पर ध्यान नहीं दे रहा लोनिवि विभाग

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 05:26 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 10:51 PM (IST)
मानकों की अनदेखी, तीन वर्ष बाद ही टूटने लगी सड़क
मानकों की अनदेखी, तीन वर्ष बाद ही टूटने लगी सड़क

सिद्धार्थनगर: ग्रामीण सड़कों पर लोक निर्माण विभाग की उदासीनता कहीं किसी बड़ी दुर्घटना को दावत न दे दे। मिठवल ब्लाक के तीन प्रमुख मार्ग कुछ ऐसा ही अंदेशा व्यक्त कर रहे। निर्माण समय से लेकर आज तक इनकी कभी मरम्मत हुई तो उसमें भी मानक की घोर अनदेखी हुई। स्थिति ऐसी है कि राहगीर गड्ढे में सड़क की तलाश करते गुजरते हैं। पाला- करम्हिया मार्ग बांसी-डुमरियागंज मुख्य मार्ग स्थित पाला चौराहे से होकर निकले इस मार्ग का निर्माण एक दशक पूर्व लोक निर्माण विभाग ने कराया था। तीन किमी लंबे इस मार्ग पर उस समय सरकार के करीब 23 लाख से अधिक व्यय हुए। निमार्ण के समय मानकों की अनदेखी पर ग्रामीणों ने विरोध भी किया था। विभाग व ठीेकेदार के आपसी तालमेल से उनके विरोध पर कोई अमल नहीं हुआ। परिणाम हुआ कि निर्माण के तीन वर्ष बाद से ही सड़क टूटने लगी। अब तो यह पूरी तरह पगडंडी से भी बदतर स्थिति में पहुंच गई है। चार पहिया वाले राहगीरों को तीन किमी का सफर आठ किमी घूमकर करना पड़ता है। इससे पाली, पकरैला, धरमपुरवा, कोडराव, रमवापुर भैया, करम्हिया सहित 15 गांवों का आवागमन होता है। किलकिल चौराहे से पचपेड़वा मार्ग बांसी-बस्ती मार्ग स्थित किलकिल रोड़ चौराहे से पूरब होकर गया पचपेड़वा मार्ग का भी अस्तित्व समाप्त होने वाला है। 34 लाख की लागत से लोक निर्माण विभाग ने चार किमी लंबे इस मार्ग का निर्माण वर्ष 1998 में किया। बीच में दो बार हुए पैच वर्क में भी मानकों की अनदेखी कर ठीकेदार अतिरिक्त लाभ कमाते रहे। अब तो सड़क के अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा रहा। इस मार्ग से महोखवा, लोधपुरवा, सिकटा, मध्यनगर, पैड़ी सहित कुल 13 गांवों का आवागमन होता है। सड़क पर बने गड्ढों से आए दिन राहगीर गिरते हैं। डिड्ई -पथरा मार्ग की लंबाई 12 किलोमीटर है। आठ किलोमीटर तक यह पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है। लोक निर्माण विभाग ने अभी एक वर्ष पूर्व ही इस पर मरम्मत कार्य भी कराया। छह मार्ग में सड़क का पिच उखड़ने लगा। अब कई जगहों पर बड़े- बडे़ गड्ढे बन गए है। जिससे दो पहिया व चार पहिया वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है। जबकि प्रतिदिन सेमरहना, सेमरहनी, भैसहा, मनिकौरा नानकार, नदया, मसिना खास, वनगड़ोरी, तिगोड़वा, रामभारी आदि गांवों की 15 हजार से अधिक की आबादी वाहनों से बस्ती, रुधौली व पथरा जाने के लिए इसी से गुजरती है।

पाला से करम्हिया मार्ग की स्थिति जर्जर है इसके लिए डिमांड गया है। जहां तक महोखवा से गौरा पचपेड़वा मार्ग की बात है तो यह मार्ग अब मंडी परिषद में चला गया है। मरम्मत अब वही कराएगा। डिड्ई से पथरा बाजार मार्ग का अनुबंध बन गया है। मौसम सही होते ही का शुरु करा दिया जाएगा।

राजेश कुमार

अधिशासी अभियंता लोनिवि, बांसी

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