भाजपाइयों ने मनाया स्थापना दिवस, पीएम का सुना संदेश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के 41वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को वर्चुअल संदेश दिया। उन्हें पार्टी के नीति व रीति का पाठ पढ़ाया। पार्टी के संस्थापक सदस्यों को नमन किया। उनके बताए पदचिन्हों पर संकल्प दिलाया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:27 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 11:27 PM (IST)
भाजपाइयों ने मनाया स्थापना दिवस, पीएम का सुना संदेश
भाजपाइयों ने मनाया स्थापना दिवस, पीएम का सुना संदेश

सिद्धार्थनगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के 41वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को वर्चुअल संदेश दिया। उन्हें पार्टी के नीति व रीति का पाठ पढ़ाया। पार्टी के संस्थापक सदस्यों को नमन किया। उनके बताए पदचिन्हों पर संकल्प दिलाया। आमजन से जुड़ाव रखने का मूलमंत्र भी दिया। जिला कार्यालय व बर्डपुर के एक निजी शैक्षणिक संस्थान में पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने पीएम का संदेश सुना।

लाइव प्रसारण के बाद विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही ने कहा भाजपा विश्व की प्रमुख पार्टियों में से एक है। विश्व में सबसे अधिक सदस्य भाजपा के हैं। राष्ट्रनिष्ठा, सिद्धांतों और विचारधारा के बल पर देश में सुशासन देने का काम किया है। इसके स्थापना में लोगों ने अपना सर्वस्व झोंक दिया। इनके निस्वार्थ त्याग, समर्पण और सेवा से भारतीय जनता पार्टी बुलंदियों तक पहुंची है। जिलाध्यक्ष गोविद माधव, विजयकांत चतुर्वेदी, कन्हैया पासवान, विपिन सिंह, ओमप्रकाश यादव, अजय उपाध्याय, आशीष शुक्ला, विकास पांडेय, राजेश जायसवाल, लक्ष्मीकांत जायसवाल, ओमप्रकाश यादव, राजकुमारी पांडेय, अरविद उपाध्याय, अमित उपाध्याय, विवेक गोस्वामी, अरुण उपाध्याय, सुरेंद्र यादव, मुन्नी देवी, चंद्रप्रकाश द्विवेदी, शिव कुमार मोदनवाल, रामनरेश पाल, संतोष उपाध्याय वंश बहादुर चौधरी, संतोष यादव, उमेश, कलीम अंसारी आदि मौजूद रहे। अटल के नेतृत्व में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी भाजपा सिद्धार्थनगर : मंगलवार को प्रदेश व देश में सत्तारूढ़ भाजपा का स्थापना दिवस बढ़नी कोल्ड स्टोरेज के निकट मंडल अध्यक्ष उदय शंकर श्रीवास्तव की अगुवाई में मनाया गया।

संबोधन में उदय शंकर ने कहा कि आजादी के चंद वर्षों बाद ही वर्ष 1951 में जनसंघ की नींव पड़ी। आपातकाल के दौरान जनता पार्टी में तब्दील हो गई। बाद में चलकर छह अप्रैल 1980 को बीजेपी के रूप में सियासी पार्टी का गठन हुआ। अटल बिहारी वाजपेयी बीजेपी के पहले अध्यक्ष बने। 1984 के पहले चुनाव में पार्टी को महज दो सीटें मिली। नब्बे के दशक में गठबंधन की राजनीति अपने पूरे सियासी उफान पर आ गई। देश में सरकारें बनने और गिरने का सिलसिला शुरू हो गया। एसपी श्रीवास्तव, सुनील पाण्डेय, रामप्रकाश पाण्डेय, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, संदीप कृष्ण पाल, बब्लू, राम सुमेर आदि मौजूद रहे।

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