राम-केवट संवाद का मंचन देख भर आई आंखें

भनवापुर विकास खंड अंतर्गत सिगारजोत स्थित श्री ठाकुर रामजानकी मंदिर पर चल रही रामलीला में कलाकारों ने राम-केवट संवाद का मंचन किया। जिसे देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर गए और आंखें नम हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 06:00 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 06:00 PM (IST)
राम-केवट संवाद का मंचन देख भर आई आंखें
राम-केवट संवाद का मंचन देख भर आई आंखें

सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड अंतर्गत सिगारजोत स्थित श्री ठाकुर रामजानकी मंदिर पर चल रही रामलीला में कलाकारों ने राम-केवट संवाद का मंचन किया। जिसे देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर गए और आंखें नम हो गई। कलाकारों ने भगवान शंकर की झांकी भी प्रस्तुत की

मंचन में भगवान श्रीराम वन जाने के लिए जब गंगा नदी पार करना चाहते हैं, तो केवट पैर धोने का आग्रह करता है। इसके लिए पहले वह नाव देने से मना करता है, कहता है कि जब आपके चरणों से पत्थर की शिला नारी बन बन गई, फिर तो यह लकड़ी की नाव है, तो यह कभी भी नारी बन सकती है। केवट से काफी देर तक संवाद चला उसके बाद वह नाव में बैठाने के लिए तैयार हुआ। भगवान के चरण धोकर उन्हें गंगा पार कराता है। भगवान श्रीराम, केवट को उतराई देना चाहते हैं, परंतु केवट उनसे विनय करते हैं कि आप भवसागर के मल्लाह हैं और मैं इस नदी का मल्लाह हूं। जब कभी मैं आपके द्वार आऊं तो आप मुझे पार उतार देना। यह अद्भुत प्रसंग के मंचन को देख श्रोता भी भावुक हो जाते हैं। अजय यादव, महंत शत्रुघ्न पांडेय, गजेंद्र शुक्ल, केके गिरी, बच्चा लाल विश्वकर्मा, बच्चा राम यादव, विशाल शुक्ला, शेषराम वरुण, सुभाष मिश्रा, दीपक कुमार आदि उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी