सरकारी पेड़ काटने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच

शामली जेएनएन। वन विभाग के अधिकारियों की साठगांठ के चलते सरकारी पेड़ काटने के प्रकरण में डीएम जसजीत कौर ने जांच के निर्देश दिए हैं। डीएम ने स्पष्ट किया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाए। मीडिया में प्रकरण आने के बाद डीएम ने मामले का संज्ञान लिया। प्रकरण की जांच के निर्देश एसडीएम ऊन को दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 10:43 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 10:43 PM (IST)
सरकारी पेड़ काटने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच
सरकारी पेड़ काटने के प्रकरण में डीएम ने बैठाई जांच

शामली, जेएनएन।

वन विभाग के अधिकारियों की साठगांठ के चलते सरकारी पेड़ काटने के प्रकरण में डीएम जसजीत कौर ने जांच के निर्देश दिए हैं। डीएम ने स्पष्ट किया कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाए। मीडिया में प्रकरण आने के बाद डीएम ने मामले का संज्ञान लिया। प्रकरण की जांच के निर्देश एसडीएम ऊन को दिए गए हैं।

वन विभाग की मिलीभगत से ऊन झिझाना मार्ग पर सरकारी पेड़ काटने के मामले में मीडिया में खबर प्रकाशित होते ही जिलाधिकारी ने संज्ञान लिया है। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन झिझाना मार्ग पर रंगाना के पास सड़क किनारे खड़े हरे भरे पेड़ों को वन विभाग की मिलीभगत से काटने की चर्चा हैं। इनकी कीमत लाखों रुपए आंकी गई है। बता दे कि वन विभाग ने करीब नौ वर्ष पूर्व सड़क किनारे यूकेलिप्टस के पेड़ लगाए गए थे। इन्हें काटा जा रहा है मीडिया में खबर प्रकाशित होते ही जिलाधिकारी जसजीत कौर ने संज्ञान लेते हुए उप जिलाधिकारी मणि अरोरा को प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में उप जिलाधिकारी मणि अरोड़ा ने बताया कि जांच के आदेश मिले हैं। पत्रावली तलब की गई है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। वन विभाग की कार्यप्रणाली इन दिनों चर्चाओं में हैं वन विभाग ने लगातार हरे भरे पेड़ भ्रष्टाचार के चलते कटवाए हैं। अभी एक हफ्ता पूर्व भी उप जिलाधिकारी ने शीशम के पेड़ से भरी ट्रेक्टर ट्राली पकड़ी थी। उक्त प्रकरण में भी वन विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों की भूमिका सही नहीं मिली। इसके बाद उप जिलाधिकारी ने ट्रेक्टर ट्राली को चौकी के सुपुर्द कर दिया, तब जाकर वन विभाग ने कार्रवाई की। सरकारी पेड़ काटे जाने की खबर प्रकाशित होते ही वन विभाग भी हरकत में आ गया। जिला वन अधिकारी नरेंद्र पाल ने मौके पर जाकर जांच की तथा सड़क के किनारे कटे पेड़ों की दूरी भी नापी गई। उन्होंने बताया कि पेड़ किसान की भूमि पर है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से वार्ता की गई उन्होंने सड़क की चौड़ाई 80 फीट बताई है, वहीं दूसरी ओर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंत रविद्र सिंह ने बताया कि हमने सड़क की औसत चौड़ाई 80 फीट बताई है।

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