गडकरी से लगाई स्कूल बचाने की गुहार
गांव भिक्का माजरा के लोग गांव के पास से दिल्ली-देहरादून कारिडोर निकलने से जितना खुश हैं उससे ज्यादा प्राथमिक विद्यालय का अस्तित्व खत्म होने की आशंका से सहमे हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से स्कूल को बचाने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि मामूली बदलाव से स्कूल बच सकता है।
शामली, जागरण टीम। गांव भिक्का माजरा के लोग गांव के पास से दिल्ली-देहरादून कारिडोर निकलने से जितना खुश हैं, उससे ज्यादा प्राथमिक विद्यालय का अस्तित्व खत्म होने की आशंका से सहमे हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से स्कूल को बचाने की गुहार लगाई है। ग्रामीणों का कहना है कि मामूली बदलाव से स्कूल बच सकता है।
गांव प्रधान धीरेंद्र उर्फ नीटू का कहना है कि गांव में एकमात्र सरकारी प्राथमिक स्कूल है। स्कूल की एक तिहाई से ज्यादा जमीन कारिडोर में चली जाएगी। इसके अलावा हरित पट्टी में भी जमीन जाएगी। इससे एक तो स्कूल की जगह ही नहीं बचेगी। दूसरे कारिडोर से स्कूल एकदम सटा होगा तो वाहनों के शोर और धूल की वजह से बच्चे पढ़ ही नहीं पाएंगे। ऐसे में कौन अपने बच्चे का प्रवेश यहां कराएगा। हादसा होने का हमेशा डर बना रहेगा। इस संबंध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अफसरों से एक महीने से भी ज्यादा से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुन ही नहीं रहा है। प्रधानाध्यापक विभागीय अधिकारियों और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर स्कूल बचाने की गुहार लगा चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को मौके का निरीक्षण करा चुके हैं। सोमवार को स्कूल के बच्चों ने गांव प्रधान के माध्यम से केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर स्कूल को बचाने की गुहार लगाई है। वहीं एनएचएआइ के परियोजना निदेशक (पीडी) एसके मिश्रा का कहना है कि कारिडोर का निर्माण नियमानुसार ही किया जा रहा है। इनका कहना है
हमारा मकसद स्कूल बचाना है। यदि कारिडोर में स्कूल की जमीन चली गई तो स्कूल के लिए कोई जमीन नहीं देगा। एनएचएआइ स्कूल के बराबर की जमीन अधिग्रहण कर सकता है, लेकिन अधिकारी पूरी तरह मनमानी पर उतारू हैं। अब केंद्रीय मंत्री को पत्र भेजकर स्कूल की भीख मांगी गई है।
-धीरेंद्र कुमार, गांव प्रधान भिक्का माजरा
ग्रामीणों ने उन्हें समस्या से अवगत कराया है। मैं गांव में खुद जाकर मौके का निरीक्षण करुंगा। ग्रामीणों से वार्ता कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
संदीप कुमार, एसडीएम शामली