प्राकृतिक चिकित्सा बीमारी को करती है पूरी तरह खत्म

प्राकृतिक चिकित्सा सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे तृतीय चिकित्सा शिविर में जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा ने प्राकृतिक चिकित्सा पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि यह पद्धति बीमारी को जड़ से खत्म करती है। एलोपैथिक चिकित्सा से सभी रोग पूर्ण ठीक नहीं होते वो केवल रोग को दबाने का कार्य कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 11:16 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 11:16 PM (IST)
प्राकृतिक चिकित्सा बीमारी को करती है पूरी तरह खत्म
प्राकृतिक चिकित्सा बीमारी को करती है पूरी तरह खत्म

शामली, जेएनएन। प्राकृतिक चिकित्सा सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे तृतीय चिकित्सा शिविर में जिला समाज कल्याण अधिकारी रचना शर्मा ने प्राकृतिक चिकित्सा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पद्धति बीमारी को जड़ से खत्म करती है। एलोपैथिक चिकित्सा से सभी रोग पूर्ण ठीक नहीं होते वो केवल रोग को दबाने का कार्य कर रही है।

गुरुवार को मोहल्ला रेलपार स्थित सरोज तोमर के निवास पर दस दिवसीय शिविर का उद्घाटन किया गया। शिविर प्राकृतिक चिकित्सक डा. सतीश कुमार गर्ग के निर्देशन में शुरू किया गया।शिविर के उदघाटन सत्र में डा. सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि सभी रोगों की जननी कब्ज है। कब्ज के कारण ही गैस, तेजाब आदि बनते है और वो अन्य रोगों को बढ़ाते करते है। यहां तक की हार्ट व श्वास संबंधी रोग भी कोष्ठबद्धता से ही प्रारंभ होते है। प्राकृतिक चिकित्सा इसी नियम पर आधारित है। यदि स्वस्थ रहना चाहते है तो कब्ज न रहने दे। अध्यक्ष रमेशचंद विश्वकर्मा ने कहा कि जो भी रोगी इस शिविर का लाभ उठाना चाहे उनका स्वागत है। शिविर का संचालन सत्यप्रकाश अग्रवाल ने किया एवं संसार सिंह, राजकुमार शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, सुभाष शर्मा, महेश शर्मा, चमन लाल अरोरा, बाला विश्वकर्मा, निरंजन सिंह आदि उपस्थित रहे। सहयोगी चिकित्सकों के रूप में रामेश्वर दयाल आर्य, बबीता, मंजू, नरेन्द्र, संजय शर्मा, अर्चना विश्वकर्मा, डा. मधु, गोपाल, कौशल आदि सेवा कार्य करेंगे।

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