डॉक्टरों की मनमानी पड़ न जाए जान पर भारी

शामली जेएनएन सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज देने का भले लाख दावे किए जाते हों लेकिन हकीकत यह है कि यहां डाक्टरों की मनमानी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। डाक्टर ड्यूटी छोड़कर बेपरवाह बने हुए हैं जिस कारण मरीजों को भटकना ही नहीं पड़ रहा बल्कि उन्हें समय से इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 06:31 PM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 06:31 PM (IST)
डॉक्टरों की मनमानी पड़ न जाए जान पर भारी
डॉक्टरों की मनमानी पड़ न जाए जान पर भारी

शामली: जेएनएन: सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज देने का भले लाख दावे किए जाते हों, लेकिन हकीकत यह है कि यहां डाक्टरों की मनमानी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। डाक्टर ड्यूटी छोड़कर बेपरवाह बने हुए हैं, जिस कारण मरीजों को भटकना ही नहीं पड़ रहा, बल्कि उन्हें समय से इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।

कैराना में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुराने ढर्रे पर चल रहा है। अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सेवाओं का दम निकल रहा है। डाक्टर मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं, इसलिए मरीजों की जान भी खतरे में नजर आती हैं। कभी डाक्टर नदारद हो जाते हैं, तो कभी समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचते हैं। कुछ ऐसा ही गुरुवार को भी अस्पताल में देखने को मिला। सुबह दस बजे अस्पताल तो खुल गया, लेकिन डाक्टर गायब रहे। बताया जा रहा है कि डाक्टर भानु प्रकाश की ड्यूटी लगी हुई थी, जिनके ड्यूटी पर नहीं पहुंचने के कारण मरीजों की लाइनें लग गई। कुछ मरीज लाइन में ऐसे भी नजर आए, जो ढंग से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे और वह फर्श पर ही बैठ गए। ड्यूटी के करीब आधा घंटा बाद डाक्टर भानु अपने अपने कक्ष में पहुंचे तो मरीजों को कुछ राहत मिली। धीरे-धीरे मरीजों की जांच कर उन्हें दवाइयां दी गई। तब जाकर मरीज अपने घर लौटे।

रोज-रोज मरीज हो रहे बेहाल

अस्पताल में डाक्टरों की मनमानी का मामला कोई पहला नहीं है, बल्कि इससे पूर्व में भी मरीज अस्पताल में इलाज के अभाव में तड़पते रहे हैं। पिछले दिनों एसडीएम डा. अमित पाल शर्मा के निरीक्षण के दौरान डाक्टर भानु प्रकाश कई बार नदारद मिले थे और इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एसडीएम रिपोर्ट भी भेज चुके हैं।

स्टाफ की कमी का रो देते हैं रोना

यदि इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के किसी अधिकारी से बात करें, तो हर बार स्टाफ की कमी का रोना रोया जाता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अस्पतालों में जो स्टाफ है, वो तो भली-भांति अपने कार्य को अंजाम दें, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

इन्होंने कहा..

सभी चिकित्सकों को समय से ओपीडी में पहुंचने के निर्देश दिए हुए हैं। समय-समय पर औचक निरीक्षण भी किया जाता है। कैराना सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक को व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए जाएंगे।

-डॉ. संजय भटनागर, सीएमओ, शामली

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