नया राशन कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों पर उमड़ी भीड़

फ्री राशन के लिए नया राशन कार्ड बनवाने के लिए मारामारी मची है। राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों की जन सेवा केंद्र पर भीड़ उमड़ रही है। एसडीएम ने अपात्र राशन कार्ड धारकों की जांच कर राशन कार्ड निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 11:04 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 11:04 PM (IST)
नया राशन कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों पर उमड़ी भीड़
नया राशन कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों पर उमड़ी भीड़

शामली, जागरण टीम। फ्री राशन के लिए नया राशन कार्ड बनवाने के लिए मारामारी मची है। राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों की जन सेवा केंद्र पर भीड़ उमड़ रही है। एसडीएम ने अपात्र राशन कार्ड धारकों की जांच कर राशन कार्ड निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।

कोरोना काल में माह में 15 व 20 से 30 तारीख को तक सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक कोटेदारों द्वारा राशन कार्ड धारकों को फ्री राशन देने के निर्देश हैं। इस योजना के लागू होने के बाद राशन कार्ड बनवाने के लिए मारामारी मची है। कस्बे में जनसेवा केंद्रों पर नए राशन कार्ड धारक बनने के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ है। नए राशन कार्ड के आवेदन तभी हो सकता है जब आय प्रमाण पत्र बना हो। कस्बे में अंत्योदय, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत पहले से ही काफी संख्या में अपात्र लाभ उठा रहे हैं। कार, बाइक, शानदार मकान, कृषि भूमि के स्वामी, नामचीन दुकानदार, करोड़ों की संपत्ति के मालिक भी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा में राशन कार्ड धारक बनकर लाभ ले रहे हैं। एसडीएम सदर संदीप कुमार ने खाद्य रसद विभाग को निर्देश दिए हैं कि अपात्रों की जांच कर राशन निरस्त किए जाएं, ताकि गरीब आवेदक को अवसर मिल सके। क्षेत्रीय आपूर्ति निरीक्षक संजय सक्सेना ने बताया कि लक्ष्य पहले से ही पूर्ण होने पर शासन से नए राशन कार्ड बनाने के लिए लाक लगा है। पैसों से भरा बैग लौटाया

संवाद सूत्र, ऊन : कस्बा ऊन में एक ट्रैक्टर के मिस्त्री द्वारा पैसों से भरा बैग लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया, जो कस्बे में चर्चा का विषय बना रहा । कस्बा ऊन के बस स्टैंड पर ढिढाली ग्राम निवासी देवेंद्र ट्रैक्टर की मरम्मत करने का कार्य करता है। शुक्रवार की दोपहर ऊन क्षेत्र के चौंदाहेडी ग्राम निवासी डाक्टर विश्वास उनकी दुकान पर अपना ट्रैक्टर ठीक करवाने पहुंचा। जब वो ट्रैक्टर ठीक कराकर अपने घर वापस लौटा तो अपने साथ थेले में लाए 32 हजार रूपये उस दुकान पर भूल गया। जहां पर कार्य करने वाले ट्रैक्टर के मिस्त्री घसीटू का ध्यान उस थैले पर पड़ा। जिसे खोलने पर उसने देखा कि उसमें रूपये रखे हुए हैं । कुछ घंटों बाद जब ट्रैक्टर ठीक कराकर गया व्यक्ति दुकान पर पहुंचा तो मिस्त्री ने पैसों से भरा थैला वापसी कर दिया।

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