माता पिता को जीएसटी में दक्ष बनाएंगे छात्र

शाहजहांपुर : वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली को आसान व उपयोगी बनाने के लिए राज्य कर विभाग (वाणिज्य कर) ने

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Dec 2017 12:19 AM (IST) Updated:Wed, 13 Dec 2017 12:19 AM (IST)
माता पिता को जीएसटी में दक्ष बनाएंगे छात्र
माता पिता को जीएसटी में दक्ष बनाएंगे छात्र

शाहजहांपुर : वस्तु एवं सेवा कर प्रणाली को आसान व उपयोगी बनाने के लिए राज्य कर विभाग (वाणिज्य कर) ने नई पीढ़ी पर भरोसा जताया है। विशेषज्ञों ने इसके लिए विद्यार्थी व शिक्षकों को जीएसटी लागू होने के बाद आए कर प्रणाली बदलाव में प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम लागू किया है। मंगलवार को जीएफ कॉलेज में कार्यशाला से इसकी शुरुआत हुई। डिप्टी कमिश्नर अमित मोहन समेत आधा दर्जन अधिकारियों ने अर्थशास्त्र व वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों व शिक्षकों की वर्कशाप में प्रतिभाग कर उन्हें जीएसटी से आए बदलाव की जानकारी दी। अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं से अपेक्षा की कि डिजिटल प्रणाली पर आधारित जीएसटी को वह अपने माता पिता को दक्ष बनाएं। ताकि वे आसानी से व्यापार के साथ प्रगति की उड़ान भर सकें।

गांधी फैज-ए-आम कॉलेज के वाणिज्य संकाय व अर्थशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जीएसटी

व्याख्यान का आयोजन किया गया। कमेटी हाल में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर अमित मोहन ने वैट व जीएसटी के अन्तर को बारीकी से समझाया। विशिष्ट अतिथि डीसी रमेश कुमार वैश्य ने कहा कि जीएसटी एकीकृत कर व्यवस्था है, जो वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया गया है। विशिष्ट अतिथि व अधिवक्ता मोहन मेहरोत्रा ने कहा कि कंपनियों और छोटे व्यवसायों के लिए विभिन्न प्रकार के कर कानूनों का पालन करना मुश्किल था, जो अब बहुत आसान हो गया है। अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो. अकील अहमद ने भी विचार व्यक्त किए। व्याख्यान के प्रारम्भ में वाणिज्य प्रवक्ता डॉ. राम ¨सह ने विषयवस्तु को समझाया। अतिथि व्याख्यान का संचालन अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. अब्दुल मोमिन ने किया। वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत कुमार श्रीवास्तव मनीषी ने आभार व्यक्त किया। डॉ. मो. तारिक, डॉ. कामरान हुसैन खां, डॉ. आरएन. वर्मा, डॉ. प्रदीप कुमार, अमन अग्रवाल, सैय्यद शहाब हुसैन, तनवीर आलम, नदीम खाँ, अभिनव गुप्ता व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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कार्यशाला में उठाए गए प्रमुख ¨बदु व समाधान

- जीएसटी में पेट्रोलियम पदार्थ तथा भारत निर्मित विदेशी मदिरा को सम्मिलित न किए जाने पर बताया गया कि जल्द ही यह एकीकृत व्यवस्था का हिस्सा होंगे।

- एंटी प्राफिक्टीय¨रग एजेंसी का गठन किया जा चुका है। प्रदेश के एडीशनल कमिश्नर आंजनेय ¨सह यूपी में राज्य कर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जिनसे ग्राहक तक नियमानुसार लाभ न पहुंचाने की स्थिति में शिकायत कर निराकरण पाया जा सकता है। .. छात्रों के प्रश्न पर जवाब

- मोबाइल प्ले स्टोर पर जीएसटी रेट फाइंडर एप उपलब्ध है। इसकी मदद से ग्राहक संबंधित माल की जीएसटी दर जान सकेंगे। .. शिक्षकों के दुकानों पर जीएसटी की दर अंकित किए जाने के सुझाव पर जवाब।

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