आरएसएस की विचार धारा में राष्ट्रभक्ति व संस्कार: सांसद

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच मे भारतीयता और विचारधारा में भारतीय संस्कृति का संस्कार परिलक्षित होता है। बिना राष्ट्रवाद और संस्कार के मानव जीवन अधूरा माना जाता है। यह बातें सांसद शरद त्रिपाठी ने रविवार को बुद्धिराजी देवी कन्या इंटर कालेज अलीनगर में संघ समरसता कार्यक्रम में कही।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jan 2019 10:07 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jan 2019 10:07 PM (IST)
आरएसएस की विचार धारा में राष्ट्रभक्ति व संस्कार: सांसद
आरएसएस की विचार धारा में राष्ट्रभक्ति व संस्कार: सांसद

संतकबीर नगर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच मे भारतीयता और विचारधारा में भारतीय संस्कृति का संस्कार परिलक्षित होता है। बिना राष्ट्रवाद और संस्कार के मानव जीवन अधूरा माना जाता है।

यह बातें सांसद शरद त्रिपाठी ने रविवार को बुद्धिराजी देवी कन्या इंटर कालेज अलीनगर में संघ समरसता

कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि मानव समाज के बेहतर जीवन के लिए दोनों ही चीजें आवश्यक हैं। बिना संस्कार के न तो राजनैतिक और न ही सामाजिक उत्थान संभव है। विधायक श्रीराम चौहान ने कहा कि देश को विकास सम्मान के मार्ग पर स्थापित करने मे आरएसएस की भूमिका महत्वपूर्ण है। दीदउ गोविवि पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डा. सत्यपाल पाल ने कहा कि देश और समाज मे राष्ट्रीयता, संस्कृति और संस्कार का प्रसार करके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश सेवा की अछ्वुत मिशाल पेश किया है। अध्यक्षता संतराज यादव व संचालन रवींद्र नाथ ने किया।

इस मौके पर महेंद्र दूबे, प्रवीण त्रिपाठी, रत्नेश मिश्रा, बद्री प्रसाद यादव, राजीव गुप्ता, भीमसेन चौधरी, रामप्रसाद उर्फ गुनई यादव, दुर्गा प्रसाद शुक्ल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी