इमरजेंसी में भी इलाज के दौरान होता है खेल
जिला संयुक्त चिकित्सालय में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती होने के पहले ही दलालों की सक्रयिता से प्राइवेट अस्पतालों में अछी सुविधा मिलने की बात सुननी पड़ रही है। यहां प्राथमिक उपचार के बाद मरीज के तीमारदारों को बाहर बुलाकर दूसरे अस्पताल के लिए ले जाने की सलाह देने की बात हर दिन सामने आ रही है।
संतकबीर नगर:जिला संयुक्त चिकित्सालय में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती होने के पहले ही दलालों की सक्रयिता से प्राइवेट अस्पतालों में अच्छी सुविधा मिलने की बात सुननी पड़ रही है। यहां प्राथमिक उपचार के बाद मरीज के तीमारदारों को बाहर बुलाकर दूसरे अस्पताल के लिए ले जाने की सलाह देने की बात हर दिन सामने आ रही है।
सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध होने के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता होने से बड़ी संख्या में लोग यहां इलाज करवाने के लिए आते हैं। जिले के विभिन्न अस्पतालों से रेफर होकर आने वाले मरीजों और दुर्घटना पीड़तिों को तो भर्ती करने के बाद दशा सुधार नहीं होने पर मेडिकल कालेज गोरखपुर के लिए रेफर किया जाता है परंतु सामान्य रूप से आने वाले मरीजों को यहां सक्रिय दलालों की सलाह सुनने की मजबूरी होती है। परजूडीह निवासी महेंद्र पाठक ने बताया कि वह अपने परिवार के एक सदस्य का इलाज करवाने के लिए जिला अस्पताल आए थे जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई। बकहा निवासी संत कुमार यादव ने बताया कि वह गुरुवार की का इलाज करवाने आए थे। जिला अस्पताल की इमरजेंसी से उन्हें एक निजी अस्पताल में ले जाने को कहा गया। इस बारे में सीमएओ डा. हरिगोविद सिंह ने कहा कि गड़बड़ी की सूचना उन्हें नहीं है। इसकी जांच करवाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।